लाइव हिंदी खबर :- इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार मामलों में राष्ट्रपति इसाक हर्जोग से आधिकारिक माफी की अपील की है। उनके वकील अमित हादद ने राष्ट्रपति कार्यालय में 111 पन्नों का विस्तृत आवेदन जमा किया है। इजराइल में राष्ट्रपति के पास यह अधिकार है कि वे सार्वजनिक हित के मामलों में कानूनी प्रक्रिया पूरी होने से पहले भी माफी दे सकते हैं।

नेतन्याहू की यह अपील ऐसे समय में आई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी खुलकर उनके समर्थन में सामने आए हैं। ट्रम्प ने पिछले हफ्ते हर्जोग को पत्र लिखकर नेतन्याहू के लिए माफी की मांग की थी। इसके अलावा, उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा था कि अगर नेतन्याहू को सजा हुई, तो हम यह बर्दाश्त नहीं करेंगे।
नेतन्याहू के खिलाफ तीन बड़े भ्रष्टाचार केस 1000, 2000 और 4000 चल रहे हैं। केस 1000 में उन पर महंगे गिफ्ट लेने के आरोप हैं, जिनमें सिगार, शैम्पेन और ज्वेलरी शामिल हैं। आरोप है कि इसके बदले उन्होंने अरबपतियों को राजनीतिक फायदे दिए। केस 2000 में मीडिया कवरेज के बदले अखबारों को लाभ पहुंचाने का आरोप है। केस 4000 में कहा गया है कि उन्होंने बीजेक टेलिकॉम कंपनी को फायदे दिए, जिसके बदले डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनके पक्ष में खबरें चलाई गईं।
नेतन्याहू सभी आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हैं। यह मुकदमा 2020 से चल रहा है और माना जा रहा है कि फैसला 2026 से पहले आना मुश्किल है। इसके बाद भी वह सुप्रीम कोर्ट में अपील कर सकते हैं, इसलिए कानूनी प्रक्रिया लंबी चलने की संभावना है।
इस बीच अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने भी नेतन्याहू पर गाजा युद्ध में युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध के आरोप लगाए हैं। इन आरोपों का भ्रष्टाचार मामलों से सीधा संबंध नहीं है, लेकिन इससे उनकी अंतरराष्ट्रीय छवि पर गहरा असर पड़ा है। नेतन्याहू माफी मांगकर इन कानूनी चुनौतियों से निकलने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि इजराइल की सियासत में इस कदम ने नई बहस छेड़ दी है।