लाइव हिंदी खबर :-आजकल के दौर में वास्तुशास्त्र का बहुत ज्यादा महत्व माना जाता है। वास्तु के अनुसार अपने बेडरुम में भी वास्तुशास्त्र का उपयोग बहुत जरुरी होता है। कहा जाता है कि जहां आप सोते हैं वो जगह वास्तुदोषों से मुक्त होना चाहिये। क्योंकि आपका बेडरुम ही दांपत्य जीवन की नींव होता है। इसलिये अगर आपकी नई-नई शादी हुई है तो आपका बेडरुम भी वास्तु के अनुसार होना चाहिये। ताकी आपका जीवन सुखी व खुशहाल बिते। तो आइए वास्तु के अनुसार जानते हैं कैसा बिते आपका जीवन…
ध्यान रखें कि ब्रह्म स्थान खुला ना हो
वास्तुशास्त्र के अनुसार एक बात ध्यान रखें कि कभी भी अपने घर का ब्रह्म स्थान खुला नहीं होना चाहिये, ऊंचाई कम होना चाहिये। ये चीजें घर में कलह और तनाव का कारण बनती हैं। अगर नैर्ऋत्य कोण नीचा होता है या कटा होता है या फिर अग्नि तत्व का वास होने से दांपत्य जीवन में तनाव की स्थिति बनती है। इसलिये इन बातों का विशेष ध्यान रखें।
बेडरूम में डबल बेड नहीं होना चाहिये
वास्तुशास्त्र के अनुसार, अपने बेडरुम में कभी टीवी ना लगायें, क्योंकि इससे पति-पत्नी के बीच दरार पैदा होती है। इसके अलावा अपने बेड पर अलग-अलग गद्दे भी नहीं रखना चाहिये। इससे भी भविष्य में दोनों के अलग होने की संभावनायें बढ़ती हैं।
ऐसा होना चाहिये नवविवाहित जोड़े का कमरा
वास्तुशास्त्र के अनुसार नव विवाहित जोड़े को दक्षिण पूर्व दिशा की तरफ सोना चाहिये। इस दिशा में शयनकक्ष होने पर ऊर्जा और स्फूर्ति का संचार होता है और वंश वृद्धि की इच्छा पूरी होती है। इसके अलावा नवदंपति को उत्तर-पश्चिम दिशा में अर्थात वायव्य कोण में शयनकक्ष बनान चाहिये।
हो सकता है तलाक
अगर आपके बेडरूम के ईशान कोण में शौचालय है तो आपका दांपत्य जीवन कलहपूर्ण हो सकता है या फिर आपकी तलाक की नौबत भी आ सकती है। इसके अलावा अगर ईशान कोण कटा हुआ, ऊंचा हो तब भी आपका दांपत्य जीवन खराब हो सकता है। इसलिये संभलकर रहें।