H-1B विवाद के बीच अमेरिका की दो बड़ी कंपनियों ने इन दो भारतीयों को CEO नियुक्त किया

लाइव हिंदी खबर :- H-1B वीजा नियमों को कड़ा करने की बीच अमेरिका की दो बड़ी कंपनियों ने भारतीयों को अपने सीईओ के रूप में नियुक्त किया। T-Mobile में 55 वर्षीय श्रीनिवासन गोपालन को CEO बनाया है| वह 1 नवंबर 2025 से पद संभालेंगे| गोपालन IIM अहमदाबाद के पूर्व छात्र हैं और फिलहाल कंपनी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर हैं। वे माइक सीवर्ट की जगह लेंगे। गोपालन ने लिंकडइन पर कहा कि T-Mobile का CEO बनना मेरे लिए गर्व की बात है। कंपनी ने ग्राहकों के लिए अनोखे तरीके अपनाए हैं और मैं इसका प्रशंसक रहा हूं।

H-1B विवाद के बीच अमेरिका की दो बड़ी कंपनियों ने इन दो भारतीयों को CEO नियुक्त किया

गोपालन ने अपने करियर की शुरुआत हिंदुस्तान यूनिलीवर से की थी और उन्होंने भारतीय एयरटेल, वोडाफोन, कैपिटल वन और ड्यूश टेलीकॉम में अहम पद संभाले। T-Mobile में उन्होंने 5G और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वही शिकागो की ड्रिंक कंपनी मोल्सन और कूर्स ने 49 वर्षीय राहुल गोयल को नया CEO नियुक्त किया है। वह 1 अक्टूबर 2025 से पद संभालेंगे। गोयल पिछले 24 साल से कंपनी में है और मौजूदा CEO गैविन हैटर्सली की जगह लेंगे।

हैटर्सली साल के अंत तक एडवाइजर की भूमिका में रहेंगे। भारत में जन्मे राहुल गोयल ने मैसूर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और फिर डेनवर, अमेरिका में बिजनेस की शिक्षा ली। उन्होंने अमेरिका, ब्रिटेन और भारत में मोल्सन और कूर्स ब्रांडस के लिए कार्य किया। इन नियुक्तियों से यह संदेश मिलता है कि भारतीय पेशेवर वैश्विक स्तर पर नेतृत्व की महत्वपूर्ण भूमिकाओं में लगातार शामिल हो रहे हैं। भले ही अमेरिका में H-1B वीजा नियम सख्त किए जा रहे हो|

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