लाइव हिंदी खबर :- ओला इलेक्ट्रिक के कर्मचारी के अरविंद की आत्महत्या के बाद कंपनी के CEO भाविश अग्रवाल और वरिष्ठ अधिकारी सुभ्रत कुमार दास के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। पुलिस ने मृतक के घर से 28 पन्नों का डेथ नोट बरामद किया है, जिसमें उन्होंने कंपनी में कार्यस्थल पर उत्पीड़न, अत्यधिक काम और वेतन भुगतान में देरी जैसी शिकायतें दर्ज की हैं।

कथित तौर पर अरविंद ने डेथ नोट में लिखा कि उन्हें लगातार मानसिक और शारीरिक दबाव में रखा गया और उनकी मेहनत का उचित भुगतान नहीं किया गया। परिवार ने घटना की जानकारी पुलिस को दी और उनके बयान के आधार पर FIR दर्ज की गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामला गंभीर है और इसे ध्यान में रखते हुए विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। इस जांच में कंपनी के प्रबंधन और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ लगाए गए आरोपों की पुष्टि के लिए दस्तावेज, ईमेल, वर्क लॉग और अन्य सबूतों की समीक्षा की जाएगी।
कर्मचारी की मौत के बाद सोशल मीडिया और कर्मचारियों के बीच भी हड़कंप मचा है। कई लोग कार्यस्थल में तनाव और अत्यधिक काम के दबाव के मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। मानवाधिकार और श्रम कानून विशेषज्ञों का कहना है कि कंपनियों में कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य और काम के संतुलन का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है।
ओला इलेक्ट्रिक की ओर से फिलहाल इस मामले पर कोई विस्तृत टिप्पणी नहीं आई है। जांच अधिकारी इस बात का पता लगाने में लगे हैं कि क्या कंपनी की नीतियों या प्रबंधन की लापरवाही ने सीधे तौर पर इस घटना को प्रभावित किया। पुलिस ने कहा कि FIR दर्ज होने के बाद मामले की गहन जांच की जाएगी और यदि दोष साबित हुआ तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।