लाइव हिंदी खबर :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जस्टिस सूर्यकांत के भारत के नए मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस समारोह में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, केंद्रीय मंत्रियों और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जजों समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।

प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम के बाद सोशल मीडिया पर लिखा कि जस्टिस सूर्यकांत के भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुआ। उनके कार्यकाल के लिए उन्हें ढेरों शुभकामनाएं। जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के बाद देश के 51वें CJI बने हैं। वे अपने साफ-सुथरे न्यायिक रिकॉर्ड, त्वरित फैसलों और न्यायिक सुधारों पर जोर देने के लिए जाने जाते हैं। उनके कार्यकाल से न्यायपालिका में तकनीकी सुधार, केसों के तेजी से निपटारे और अदालतों में पारदर्शिता बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट में अपने कार्यकाल के दौरान जस्टिस सूर्यकांत कई अहम फैसलों का हिस्सा रहे हैं। वे गरीब, कमजोर और वंचित वर्ग से जुड़े मामलों में अपनी सख्त और संवेदनशील राय के लिए जाने जाते हैं। कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि नए CJI का कार्यकाल न्यायिक ढांचे में गति और सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। देशभर की निचली अदालतों में लंबित मामलों को कम करना, डिजिटल कोर्ट सिस्टम को और मजबूत बनाना और न्याय तक पहुंच को आसान बनाना उनके मुख्य फोकस क्षेत्रों में शामिल हो सकता है।
जस्टिस सूर्यकांत के शपथ ग्रहण को लेकर राजनीतिक और कानूनी जगत में भी सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली है। कई वरिष्ठ वकीलों और न्यायविदों ने आशा जताई है कि उनके नेतृत्व में न्यायपालिका नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगी।प्रधानमंत्री मोदी की शुभकामनाओं के साथ देश के नए CJI ने अपना कार्यकाल शुरू कर दिया है।