लाइव हिंदी खबर :- साल 2014 की बात है, तारीख थी 8 मार्च। मलेशिया एयरलाइंस का विमान MH370 अचानक आसमान में लापता हो गया था। जिसका कोई पता-ठिकाना नहीं मिला कि आखिर MH370 गया कहां। सबसे ज़्यादा हैरान कर देने वाली बात ये थी कि लापता होने के बाद विमान का मलबा भी कहीं नहीं मिला था। हालांकि इंवेस्टिगेशन टीम को एक संदिग्ध विंग मिला था, जिसे लापता विमान का ही बताया जा रहा था। MH370 विमान ने मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर से चीन की राजधानी बीजिंग के लिए उड़ान भरी थी। साल 2014 की बात है, तारीख थी 8 मार्च। मलेशिया एयरलाइंस का विमान MH370 अचानक आसमान में लापता हो गया था। जिसका कोई पता-ठिकाना नहीं मिला कि आखिर MH370 गया कहां। सबसे ज़्यादा हैरान कर देने वाली बात ये थी कि लापता होने के बाद विमान का मलबा भी कहीं नहीं मिला था। हालांकि इंवेस्टिगेशन टीम को एक संदिग्ध विंग मिला था, जिसे लापता विमान का ही बताया जा रहा था। MH370 विमान ने मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर से चीन की राजधानी बीजिंग के लिए उड़ान भरी थी।
लेकिन अब विशेषज्ञ दावा कर रहे हैं कि उन्होंने MH370 के लापता होने के पीछे का रहस्य सुलझा लिया है। मलेशिया एयरलाइंस के विमान MH370 (बोइंग 777) में 239 लोग सवार थे, जिनका आज भी कोई सुराग नहीं मिला है। कनाडा ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड के पूर्व सीनियर अधिकारी ने बताया कि लापता विमान की सच्चाई जानने के बाद लोगों को संतुष्टी मिलेगी। जांच में बैठे पैनल का कहना है कि विमान के कॉकपिट में मौजूद कैप्टन ज़ाहरी अहमद शाह इस दुर्घटना के असली ज़िम्मेदार थे। पैनल में मौजूद सभी अधिकारियों ने माना कि पायलट खुद को मारना चाहता था और वह विमान को किसी दूरस्थ इलाके में ले जाना चाहता था ताकि वह गायब हो सके। बोइंग 777 पायलट और प्रशिक्षक साइमन हार्डी ने कहा कि ज़ाहरी मलेशिया और थाईलैंड सेना के रडार पर आने से बच रहा था। ज़ाहरी बार-बार मलेशिया और थाईलैंड की सीमा में अंदर-बाहर हो रहा था ताकि दोनों देशों के एयर कंट्रोल इस बात में कंफ्यूज़ हो जाएं कि यह किस देश की सीमा में है। लेकिन इसके साथ ही यह भी तय है कि दोनों देशों की सीमाओं में उड़ना उसके अधिकार में था।
अधिकारी ने कहा कि यदि आप मुझे भी विमान को गायब करने का काम देंगे तो मैं भी यही करता, जो ज़ाहरी ने किया। अधिकारियों ने बताया कि लापता विमान की जांच में पाए गए सुबूत इस बात को सिद्ध करते हैं कि कॉकपिट में मौजूद एक शख्स ने ही विमान को गायब किया। विमान को शायद डीप्रेशराइज किया गया था। जिसकी वजह से उसमें सवार 239 लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि विमान को गायब करने के पीछे यह एक सोची-समझी साज़िश थी। बता दें कि विमान में सवार 239 लोगों का आज तक कोई अता-पता नहीं चला है। लेकिन अब विशेषज्ञ दावा कर रहे हैं कि उन्होंने MH370 के लापता होने के पीछे का रहस्य सुलझा लिया है। मलेशिया एयरलाइंस के विमान MH370 (बोइंग 777) में 239 लोग सवार थे, जिनका आज भी कोई सुराग नहीं मिला है। कनाडा ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड के पूर्व सीनियर अधिकारी ने बताया कि लापता विमान की सच्चाई जानने के बाद लोगों को संतुष्टी मिलेगी। जांच में बैठे पैनल का कहना है कि विमान के कॉकपिट में मौजूद कैप्टन ज़ाहरी अहमद शाह इस दुर्घटना के असली ज़िम्मेदार थे।
पैनल में मौजूद सभी अधिकारियों ने माना कि पायलट खुद को मारना चाहता था और वह विमान को किसी दूरस्थ इलाके में ले जाना चाहता था ताकि वह गायब हो सके। बोइंग 777 पायलट और प्रशिक्षक साइमन हार्डी ने कहा कि ज़ाहरी मलेशिया और थाईलैंड सेना के रडार पर आने से बच रहा था। ज़ाहरी बार-बार मलेशिया और थाईलैंड की सीमा में अंदर-बाहर हो रहा था ताकि दोनों देशों के एयर कंट्रोल इस बात में कंफ्यूज़ हो जाएं कि यह किस देश की सीमा में है। लेकिन इसके साथ ही यह भी तय है कि दोनों देशों की सीमाओं में उड़ना उसके अधिकार में था। अधिकारी ने कहा कि यदि आप मुझे भी विमान को गायब करने का काम देंगे तो मैं भी यही करता, जो ज़ाहरी ने किया। अधिकारियों ने बताया कि लापता विमान की जांच में पाए गए सुबूत इस बात को सिद्ध करते हैं कि कॉकपिट में मौजूद एक शख्स ने ही विमान को गायब किया। विमान को शायद डीप्रेशराइज किया गया था। जिसकी वजह से उसमें सवार 239 लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि विमान को गायब करने के पीछे यह एक सोची-समझी साज़िश थी। बता दें कि विमान में सवार 239 लोगों का आज तक कोई अता-पता नहीं चला है।