अधिक मात्रा में कोल्ड ड्रिंक्स पीने पर कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं। कोल्ड ड्रिंक में कम से कम दस चम्मच शक्कर हो सकती हैं। शक्कर की अधिकता के कारण मोटापा, डायबिटीज जैसे कई रोग हो सकते हैं।

शरीर का वजन बढ़ने पर मैटाबॉलिक डिसऑर्डर, हाइपरटेंशन और ह्रदय रोगों की आंशका भी बढ़ सकती हैं। अधिक शुगर शरीर में ग्लाइकोजन के रूप में स्टोर होने लगती हैं। लगातार कोल्डड्रिंक पीने से शक्कर की मात्रा बढ़ती हैं जिससे लिवर पर अधिक भार पड़ता हैं। कोल्ड ड्रिंक की प्रकृति अम्लीय होती हैं क्योंकि इसका पीएच लेवल ज्यादा होता हैं।

इसका असर दांतो के इनेमल पर पड़ता हैं इससे दांतों जल्द ही खराब होने लग जाते हैं और दांत कमजोर व पीले पड़ जाते हैं। कुछ कोल्ड ड्रिंक में फॉस्फोरिक एसिड भी होता हैं जिसका बुरा प्रभाव हड्डियों पर पड़ता हैं इससे हड्डीयां कमजोर हो सकती हैं। कोल्डड्रिंक में पोषक तत्त्व नहीं होते है जिसके कारण त्वचा की कोमलता और लचीलापन भी कम होने लगता हैं।