लाइव हिंदी खबर :- अकसर यहीं देखा जाता है कि जब तक हम किसी संस्थान में काम करते हैं तब तक ही वो हमारी देखभाल करती है। कंपनी से निकल जाने के बाद हमारे परिवार की तो दूर हमारी भी खबर नहीं रखी जाती है लेकिन अपवाद हर क्षेत्र में होते हैं। अब आप दुनिया के सबसे पॉपुलर सर्च इंजन कंपनी गूगल को ही ले लीजिए। गूगल अपने कर्मचारियों की देखरेख में कोई कसर नहीं छोड़ता है।
किसी कपंनी में काम करने के दौरान यदि किसी कर्मचारी की मौत हो जाएं तो संस्थान आसानी से पल्ला झाड़ लेते है लेकिन गूगल में कर्मचारियों के लिए डेथ बेनिफिट्स तय करके रखा जाता है। मान लीजिए यदि कंपनी में काम करते हुए यदि किसी वजह से कर्मचारी की मौत हो जाती है तो आने वाले दस सालों तक कंपनी की ओर से उसके परिवार को आधी तनख्वाह दी जाती है।
बता दें गूगल के चीफ पीपुल ऑफिसर लेसजोल बोक फॉर्ब्स मैग्जीन को दिए गए एक इंटरव्यू में इस बात का जिक्र करते हुए कहा कि किसी कर्मचारी के मृत्योपरांत उसकी आधी सैलरी उसके घर में पहुंचाने के अलावा कर्मचारी के प्रत्येक बच्चे को 19 साल की उम्र तक 1000 डॉलर प्रति माह दी जाएगी।
गूगल में ये नियम हर कर्मचारी के लिए बनाई गई हे यानि कि भले ही कोई एक साल पहले नियुक्त हुआ हो या दस साल पहले, ये लॉ सबके लिए समान है। लेसजोल बोक का कहना है कि गूगल अपने यहां काम करने वालों का भरपूर ख्याल रखती है। उसके जीवित रहते हुए भी और मौत के बाद भी। मृत्योपरांत कर्मचारी के परिवार की जिम्मेदारी लेना वाकई में ये काबिले तारीफ है।