नई सोच
माइक्रोसॉफ्ट के पूर्व निदेशक जेम्स जोसेफ कोच्चि (केरल) में कटहल से अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट बनाने और कटहल को सालभर सुरक्षित (स्टोरेज) रखने का काम कर रहे हैं, ताकि 365 दिन कटहल के पोषक तत्वों का लाभ लिया जा सके। उन्होंने अपने प्रोडक्ट को जैकफ्रूट 365 नाम दिया है।
रेसिपी किंग
कटहल से 100 से भी ज्यादा रेसिपीज बनाई जा सकती हैं जैसे सब्जी, कोफ्ते, चिप्स, मिठाइयां, केक, अचार, जूस, सिरका, मुरब्बा, हलवा आदि। दक्षिण भारत में पके हुए कटहल के टुकड़ों में कसा हुआ कच्चा नारियल, शहद और केले के टुकड़़े मिलाकर खाया जाता है। पके हुए कटहल से जैम, जेली और मिठाइयां भी बनती हैं। इसका मौसम फरवरी से जून होता है। इसे कोल्ड स्टोरेज में 6 हफ्तों तक सुरक्षित रखा जा सकता है।

ऐसे करें स्टोर
फ्रीज ड्राइंग प्रोसेस के जरिए कटहल का 99 फीसदी पानी निकाल दिया जाता है, जिसके बाद एक किलोग्राम का कटहल 180 ग्राम रह जाता है। इसे प्लास्टिक की थैलियों में पैक कर साल भर तक कमरे के सामान्य तापमान पर सुरक्षित रखा जा सकता है। स्टोर किए गए कटहल का प्रयोग करने से पहले इसे गर्म पानी में आधे घंटे तक रखना चाहिए। पानी सोखने के बाद ये फिर से बिल्कुल ताजे कटहल जैसा हो जाएगा। (जेम्स जोसेफ का तरीका)
बीमारियां रहेंगी दूर
स्ट्रोक : कटहल में प्रचुर मात्रा में पोटेशियम होता है, जो लो ब्लड प्रेशर को संतुलित कर स्ट्रोक के खतरे को कम कर देता है।
कैंसर : इसमें मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंट्स, एंटीऑक्सीडेंट व फ्लेनोवॉयड कैंसर से बचाव में सहायक हैं।
इम्यून सिस्टम : कटहल में विटामिन सी और एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जिनसे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। एंटीऑक्सीडेंट सर्दी, खांसी व निमोनिया से लड़ता है।
आंखों के लिए: कटहल में विटामिन ए पाया जाता है जो आंखों की रोशनी बढ़ाता है।
एनर्जी : इसमें पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट, फ्रकटोज व सुक्रोज शरीर को तुरंत एनर्जी देते हैं।

पेट भरता है जल्दी
कटहल खाने से पेट जल्दी भरता है, इससे लोग खाना कम खाते हैं। कटहल की सब्जी के अलावा इसे उबालकर, प्याज, अंकुरित अनाज, खीरा व टमाटर के सलाद में मिलाकर खाना सेहत के लिए अच्छा होता है।
शरीर बनता है मजबूत
आयुर्वेद में कटहल को एक सब्जी माना गया है, जो दुबलापन दूर करती है और शक्तिवर्धक होती है। आयुर्वेद में इसकी गिनती गरिष्ठ भोजन के रूप की जाती है, जिसे पचाने में काफी समय लगता है।