लाइव हिंदी खबर :- शकुनशास्त्र का हिंदू धर्म में बहुत महत्व माना जाता है। इसके अनुसार आपके साथ होने वाले शकुन व अपशकुन का अनुमान लगाया जा सकता है। भविष्य में आपके साथ क्या होने वाला है इसका भी हम पता लगा सकते हैं। कभी-कभी इन संकतों को सपनों के माध्यम से तो कभी किसी अन्य तरीकों से जाना जा सकता है। वहीं इसका एक माध्यम पशु-पक्षी भी हैं। कहा जाता है की पशु-पक्षियों द्वारा हमें बहुत से भविष्य के संकेत मिलते हैं। पक्षियों की बात करें तो उल्लू देवी लक्ष्मी का रूप माना जाता है। लेकिन शकुनशास्त्र के अनुसार उल्लू को देखना कई स्थितियों में शुभ माना जाता है, किंतु बहुत सी स्थितियों में यह शुभ नहीं होता।
गर्भवती महिला को उल्लू दिखने का मतलब…
यदि किसी गर्भवती महिला को उल्लू की आवाज सुनाई देती है तो यह बहुत ही शुभ माना जाता है। शकुनशास्त्र के अनुसार गर्भवती महिला को उल्लू दिखना या आवाज सुनने पर उसे बहुत ही होनहार, तेजस्वी और आज्ञाकारी संतान प्राप्त होती है।
बहुत शुभ होता है इस तरह उल्लू का दिखना
शकुनशास्त्र के अनुसार अगर किसी व्यक्ति को किसी जरूरी काम से जाना है और उसके घर से निकलने के बाद रास्ते मे बाईं तरफ उसे उल्लू दिखाई दे जाए तो यह बहुत ही शुभ होता है। इसका मतलब आप जिस काम के लिए जा रहे हैं, वह जल्द पूरा हो जाएगा।
संकट आने का संकेत देता है ये
घर में यदि आपको उल्लू की आवाज सुनाई दे, तो यह शुभ नहीं होता। शकुनशास्त्र के अनुसार घर में उल्लू की आवाज सुनाई देना बहुत दुखदायी माना जाता है। इस स्थिति में घर में कोई बड़ा संकट आने का संकेच होता है।
आर्थिक लाभ का ऐसे मिलता है संकेत
शकुनशास्त्र के अनुसार जब भी कभी दक्षिण पश्चिम कोने से उल्लू की आवाज सुनाई दे तो समझ लें की ये आपके आर्थिक संकट का संकेत है। वहीं यदि आपको पूर्व दिशा में बैठे उल्लू की आवाज सुनने या दर्शन को आर्थिक लाभ का संकेत माना जाता है।
आनंद से बीतता है जीवन
सुबह उल्लू के आवाज सुनना सौभाग्य कारक और लाभ प्रदायक माना गया है, ऐसा मान्यतायें कहती हैं। वहीं यदि किसी गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति का उल्लू स्पर्श कर लें तो उसके स्वास्थ्य में सुधार होने लगता है।