लाइव हिंदी खबर :- जिले में हुए बड़े साइबर ठगी मामले में पुलिस को अब तक मास्टरमाइंड का कोई पता नहीं चल सका है। ठगों द्वारा करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी किए जाने के बाद पुलिस ने स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया है। यह टीम विभिन्न राज्यों में जाकर जांच करेगी, क्योंकि ठगी से जुड़े कई तार उत्तर प्रदेश से बाहर के इलाकों से भी जुड़े हुए हैं।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस पूरे नेटवर्क से जुड़े आरोपियों के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है। अब तक की जांच में सामने आया है कि ठगों ने फर्जी कॉल, लिंक और ऑनलाइन स्कीम के जरिए लोगों से पैसे हड़पे। कई पीड़ितों ने शिकायत दर्ज कराई है, जिसके आधार पर केस दर्ज करके कार्रवाई की जा रही है।
एसपी ने कहा कि SIT को तकनीकी टीम का सहयोग भी मिलेगा और साइबर सेल लगातार ट्रांजैक्शन की निगरानी कर रहा है। आरोपियों की लोकेशन और नेटवर्क का पता लगाने के लिए पुलिस अन्य राज्यों की एजेंसियों से भी समन्वय करेगी।
हालांकि, पुलिस को अब तक मास्टरमाइंड की पहचान और उसकी लोकेशन की ठोस जानकारी नहीं मिल सकी है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस पूरे गिरोह का खुलासा कर ठगी का मास्टरमाइंड कानून के शिकंजे में होगा।