लाइव हिंदी खबर:- अक्सर मोटापा बढ़ जाने से खर्राटे आने लगते हैं खर्राटे आने की सबसे बड़ी वजह होती है शरीर में चर्बी का बढ़ जाना। जब शरीर में पेट की चर्बी बढ़ने लगती है तब खर्राटे आना स्वाभाविक बात है।
- खर्राटे आने की दूसरी वजह है गले में कफ जम जाना। जब गले में कफ जमने लगता है तो व्यक्ति सांस सही से नहीं ले पाता है और उसे खर्राटे आने की शिकायत होने लगती है। दोस्तों हमारे गले में युव्युला टिशु लटक रहा होता है जब ये युव्युला टिश्यू का आकार बढ़ जाता है तब हमारे गले में जाने वाली सांस में अवरोध पैदा होता है जिसकी वजह से गले से खर्राटे की आवाज आने लगती है।
- खर्राटे से बचने के लिए आपको निम्नलिखित उपाय करने चाहिए
ठंडी चीजों का सेवन ना करें
- दोस्तों यदि आपको खर्राटे आ रहे हैं तो ऐसी स्थिति में आपको ठंडी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। जैसे आइसक्रीम या फ्रिज की रखी हुई कोई सामान। ठंडी चीजों का सेवन करने से गले की नसों में सिकुड़न पैदा होने लगती है जो खर्राटे का कारण बनती है।
ज्यादा शराब का सेवन करना
- यदि आप शराब पीते हैं तो शराब पीने से भी खर्राटे आने की शिकायत पैदा होती है इसलिए आपको ज्यादा शराब नहीं पीनी चाहिए।
- ज्यादा दवाइयों का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि ज्यादा दवाई खाने से भी खर्राटे होने की शिकायत पैदा होती है बच्चे लोग रात में नींद की गोलियां खा लेते हैं जो आगे चलकर खर्राटे पैदा करने की शिकायत बना देते हैं।
धूम्रपान
- धूम्रपान सबसे बड़ी बीमारी है खर्राटे पैदा होने की। जो कि धूम्रपान करने से सिगरेट का धुआं हमारी गले में से होकर फेफड़ों तक जाता है। जब यह सिगरेट का धुआं हमारे गले से टकराता है तो वहां पर यह धुंआ अपने कार्बन के कण छोड़ देता है। जब यह कार्बन के कण गले में अटक जाते हैं तब खर्राटे आने की संभावना पैदा हो जाती है।
- धूम्रपान करने का सबसे बुरा असर हमारे फेफड़ों पर पड़ता है। फेफड़ों में जाली नुमा कोशिकाएं होती है। उन कोशिकाओं में यह धुंआ अपना कार्बन छोड़ता जाता है। जब जालिनुमा कोशिकाओं में कार्बन इकट्ठा हो जाता है। तब हमें सांस लेने में समस्या पैदा होती है। जिसकी वजह से हमें गले में इंफेक्शन और खर्राटे की समस्या भी पैदा हो जाती है तथा फेफड़े भी क्षतिग्रस्त हो जाते हैं।
- इससे बचने के लिए सबसे पहले आप धूम्रपान करना छोड़ दें तथा यदि आपका मोटापा बढ़ रहा है तो कसरत करके आप अपना मोटापा कंट्रोल करें। सुबह की सैर पर जरूर जाएं तथा घर बैठकर अनुलोम विलोम प्राणायाम को जरूर करें। सांस लेने वाले जितने भी योगा होते हैं यह हमारी गले की सभी समस्याओं को दूर करते हैं इसलिए अनुलोम विलोम, भस्त्रिका और कपालभाति यह तीन प्राणायाम आपको रोजाना करना चाहिए। इनको करते रहने से आपको खर्राटे की समस्या से हमेशा के लिए निजात मिल जाती है।