लाइव हिंदी खबर :- आंध्र के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया है कि पिछली जगन सरकार के दौरान तिरूपति के लड्डू प्रसाद में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया जाता था. आंध्र प्रदेश में एनडीए शासन के 100 दिन पूरे होने पर आज (18 सितंबर) शाम मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में मंगलागिरी में विधायकों की एक विशेष बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में पिछले 100 दिनों में पूरे हुए प्रोजेक्ट और भविष्य में किए जाने वाले कामों पर चर्चा होती दिख रही है.
बाद में इस सभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा, “तिरुमाला में सात मलायन मंदिर बहुत पवित्र है। लेकिन मुझे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि पिछले जगनमोहन शासनकाल के दौरान वहां परोसे जाने वाले लड्डू प्रसाद में घी की जगह जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया जाता था। करोड़ों भक्तों के विश्वास का सम्मान नहीं करने के लिए जगनमोहन और वाईएसआर कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए।
जगन सरकार ने तिरुमाला के हर पहलू को ख़राब कर दिया है। तिरूपति के लड्डू की गुणवत्ता पर पूरी तरह सवाल खड़े हो गए हैं. उन्होंने कहा, ”जब हम सत्ता में आए तो हमने तुरंत शुद्ध घी के इस्तेमाल का आदेश दिया।” चंद्रबाबू के इस आरोप से भक्तों में खलबली मच गई है. वाईएसआर कांग्रेस ने न सिर्फ इस आरोप का खंडन किया है बल्कि चंद्रबाबू नायडू की कड़ी निंदा भी की है.
कुछ दिन पहले, तिरुपति देवस्थानम ने डिंडीगुल एआर डेयरी पुट्स प्राइवेट लिमिटेड को तिरुपति लट्टू प्रसाद बनाने के लिए घटिया घी उपलब्ध कराने के लिए नोटिस भेजा था। ‘टीटीडी में भगवान को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद को बनाने में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था’- आंध्र के सीएम @ncbn का बड़ा आरोप… YSRCP ने दावे का खंडन किया, नायडू पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया pic.twitter.com/iXaJUBovPZ
– अक्षिता नंदगोपाल (@Akshita_N) 18 सितंबर, 2024