लाइव हिंदी खबर :- छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके में कल शाम माओवादियों के हमले में सीआरपीएफ के तीन जवान शहीद हो गये. उनमें से एक है कोबरा [CoBRA] वह स्पेशल एक्शन फोर्स से हैं. साथ ही हमले में सीआरपीएफ के 15 जवान घायल हो गए. गौरतलब है कि हाल ही में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद छत्तीसगढ़ राज्य में यह पहला बड़ा हमला है. यह हमला छत्तीसगढ़ के सुकमा-बीजापुर जिले की सीमा पर हुआ. छत्तीसगढ़ में 2021 में हुए हमले में 23 सीआरपीएफ जवानों की जान चली गई. देखा गया कि कल का हमला भी वहीं हुआ था.
इससे पहले गत 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर सुकमा-बीजापुर क्षेत्र में पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया था। नक्सली बहुल इलाके में कड़ी सुरक्षा के बीच गणतंत्र दिवस समारोह मनाया गया. इसके बाद कल (30 जनवरी) कोबरा सैनिक और सीआरपीएफ स्पेशल एक्शन फोर्स जोनाकुटा-अलीकुडा इलाके में एक संयुक्त तलाशी अभियान में जुटे। तभी घने जंगल में छिपे माओवादियों ने अचानक हमला कर दिया.
इससे पहले कि पता चलता कि हमला किस तरफ से हो रहा है, तीन सैनिक मारे गए. स्थिति को भांपते हुए सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की. लेकिन तब तक नुकसान बढ़ना शुरू हो गया था. हमला करने वाले नक्सली जंगल में भाग गये. बाद में एयर एंबुलेंस से तीनों मृतकों के शव बरामद किए गए। उनकी पहचान देवन.सी., पवन कुमार और लैंपदार सिन्हा के रूप में की गई है।
इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले पर समीक्षा बैठक की थी. बाद में मीडिया से मुलाकात में उन्होंने आश्वासन दिया कि ‘छत्तीसगढ़ में अगले तीन साल में माओवादी समस्या खत्म हो जाएगी.’ बहरहाल, ये हमला हो गया है. हालांकि, अकेले जनवरी महीने में राज्य में दो महिलाओं समेत पांच नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है। माओवादियों-सुरक्षा बलों की फायरिंग में 6 महीने के बच्चे की मौत हो गई.