हल्की दालें : मूंग, मसूर, अरहर, तुअर आदि दालें हल्की होती हैं जो आसानी से पचती हैं। इन्हें अधिक खानेे पर ज्यादा नुकसान भी नहीं होता।

भारी दालें: उड़द, चना, छोले व राजमा जैसी दालें गरिष्ठ होती हैं जिन्हें पचने में कम से कम 5-6 घंटे का समय लगता है। यदि इन्हें रोज खाया जाए तो एसिडिटी, अपच, किडनी व पेट संबंधी रोग बढ़ने लगते हैं। इसलिए हफ्ते में 1-2 बार ही लें और इन्हें खाते समय साथ में सलाद जरूर लें।

सही समय : लंच में दाल खाना ज्यादा सही होता है क्योंकि इसे पचने का समय मिल जाता है। रात के समय दाल खानी भी पड़े तो सोने से करीब 3-4 घंटे पहले खा लें। गाढ़ी की बजाय पतली दाल सुपाच्य होती है।