
लाइव हिंदी खबर :-अपने पितरों को याद करने और उनकी आत्मा की शांति के लिए इस दौरान लोग श्राद्ध करते हैं। बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो सही दिन पर अपने पितरों को श्राद्ध करते हैं मगर कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें अपने पितरों के श्राद्ध का दिन नहीं पता होता। ऐसे में ये सबसे बड़ी समस्या होती है कि अपने पितरों का श्राद्ध कब करें। आज हम आपको ऐसे ही उपाय बताने जा रहे हैं जिनकी सहायता से आप अपने उन पितरों का श्राद्ध भी कर सकते हैं जिनकी श्राद्ध की तिथि आपको पता ना हो।
बस ये एक उपाय है कारगर
अगर आपको अपने पितरों की तिथि याद ना हो तो आप पितृ विसर्जनी अमावस्या के दिन श्राद्ध कर सकते हैं। माना जाता है कि इस अमावस्या को ज्ञात और अज्ञात सभी पितरों का तर्पण किया जा सकता है। मगर ध्यान देने वाली बात ये है कि इस श्राद्ध में भोजनांश या मिठाई 16 अंशों में निकाली जाती है। मान्यता है कि इससे पितरों की तृप्ति हो जाती है।
