प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 अगस्त को कोलकाता के दौरे के दौरान घुसपैठियों के मुद्दे पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने देश में घुसपैठियों के खिलाफ कड़ा अभियान शुरू किया है। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि जैसे विकसित देश अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्ती बरतते हैं, वैसे ही भारत भी अब ज्यादा समय तक घुसपैठ को सहन नहीं कर सकता।

मोदी ने अपने संबोधन में विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस (TMC), कांग्रेस और INDI गठबंधन केवल सत्ता के लिए घुसपैठियों को बढ़ावा दे रहे हैं। उनके अनुसार, ये दल देश की सुरक्षा और सीमाओं की चिंता करने के बजाय वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने जनता से अपील करते हुए कहा कि उनका एक-एक वोट बंगाल को घुसपैठियों से मुक्त कराने में निर्णायक भूमिका निभा सकता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि केंद्र सरकार का लक्ष्य देश को सुरक्षित, आत्मनिर्भर और घुसपैठ मुक्त बनाना है।
मोदी के इस बयान को पश्चिम बंगाल की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। राज्य में घुसपैठ और अवैध प्रवास का मुद्दा लंबे समय से राजनीतिक बहस का हिस्सा रहा है। अब चुनावी माहौल में प्रधानमंत्री का यह संदेश भाजपा की चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है।