प्रेगनेंसी के 10 झूठ, जिसे सच माना जाता है

लाइव हिंदी खबर:-  किसी महिला के लिए गर्भ धारण करना, उसके जिन्दगी का सबसे बेहतरीन पल होता है। लेकिन प्रेगनेंसी के समय महिलाओ को तरह तरह की सलाह दी जाती है, हर व्यक्ति अलग तरह की सलाह देता है कि, ऐसा करने से वैसा होगा! लेकिन क्या सभी सलाह को मानना सही होता है? इन सभी बातों में कुछ तो सही होतीं है,पर कुछ तार्किक रूप से बिलकुल गलत इसलिए ऐसी ग़लतफ़हमी से बचना ज्यादा सही होता है। नीचे हम आपको बताएँगे, प्रेगनेंसी से जुड़े कुछ ऐसे झूठ जिन्हे लोग सच मान लेते हैं।

प्रेगनेंसी के 10 झूठ, जिसे सच माना जाता है

झूठ-1

कुछ लोगों का कहना है कि, जब महिला प्रेगनेंट होती है तो महिला के चेहरे के ग्लो को देखकर बच्चे के लड़की या लड़के होने का पता लगाया जा सकता है।

सच- प्रेगनेंसी के दौरान, जब महिला द्वितीय ट्राईमेस्टर में प्रवेश करती है तो ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हो जाता है, जिससे महिला के चेहरे में ग्लो आने लगता है। इससे यह सिद्ध होता है की चेहरे के ग्लो से लड़का या लड़की का होना बिलकुल तय नहीं है।

झूठ-2

प्रेगनेंसी के समय शारीरिक सम्बन्ध बनाने पर आगे चलकर लेबर पैन होता है।

सच- अगर डॉक्टर ने कोई रोक नहीं लगायी तो प्रेगनेंसी के समय शारीरिक सम्बन्ध बिलकुल सुरक्षित होता है। कुछ मामलों में तो महिलाये प्रेगनेंसी के आखिरी महीने तक शारीरिक सम्बन्ध बना सकतीं हैं।

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