लाइव हिंदी खबर :- दो वर्षीय रोजालिया लोबरडो की मौत साल 1920 में हो गई थी और मौत के बाद भी उसे पलकें झपकाते हुए देखा गया है। मौत जिंदगी पर लगने वाला विराम चिह्न है। मौत के बाद किसी की भी जिंदगी थम जाती है। इंसान की सभी शारीरिक और मानसिक गतिविधियां मृत्योपरांत थम जाती है। पलकें भी बंद हो जाती है लेकिन आज हम आपको एक ऐसी बात बताने जा रहे हैं जिसे जानने के बाद आपकी रूह कांप जाएगी।
जी, हां आज हम आपको उस लाश के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी पलकें मौत के बाद भी झपकती है। दो वर्षीय रोजालिया लोबरडो की मौत साल 1920 में हो गई थी और मौत के बाद भी उसे पलकें झपकाते हुए देखा गया है। ये घटना इटली के सीसिली की राजधानी पैलरमो की है। बता दें साल 1920 में 8000 लोगों की मौत हो गई और इन सभी के कब्र को पैलरमो के एक कॉनवेंट में संरक्षित रखा गया।
यहीं रोजालिया को पलकें झपकाते हुए पाया गया। ये खबर सामने आते ही आग की तरह फैल गई और दूर-दराज से लोग सीसिली जाने लगे ताकि वो भी इस अद्भूत नजारे को अपनी आंखों से देख सकें। हालांकि डैरियो जो कि इस कब्र के निरीक्षक है उनका कहना था कि लाश की आंखे पूरी तरह से बंद नहीं है और इस वजह से ऐसा माना जा रहा है जैसे कि मानों वो पलकें झपका रही है।
रोजालिया लोबरडो की लाश से जुड़े इस रहस्य का पर्दाफाश उस वक्त हुआ जब उसके पिता के एक मित्र ने डेड बॉडी के संरक्षण के लिए किए गए रासायनिक सूत्र का पता लगाया। वर्तमान समय में रोजालिया के शव को शीशे के बनें एक ताबूत में सुरक्षित तरीकें से रखा गया है। बता दें जिस वक्त रोजालिया के पलकों को झपकाने की बात सामने आई थी उस दौरान ये ‘स्लीपिंग ब्यूटी’ टैग से प्रचलित थी। इसे दुनिया के खुबसूरत ममीज में से एक माना जाता है।