हेल्थ कार्नर :- भारतीय भोजन में बहुत प्रकार की विविधता होती है. उसमें कई प्रकार के मसालों का प्रयोग किया जाता है, जो कि स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत लाभप्रद होते हैं. जायफल उनमें से एक है. इसके नाम से अक्सर लोग इसको एक फल या मेवा समझ लेते हैं, लेकिन दरअसल जायफल एक उष्णकटिबंधीय पेड़ का बीज होता है. यह एक बहुत ही खुशबूदार मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. जायफल के बारे में और भी कुछ ऐसी बातें हैं, जो आपको ज़रूर जाननी चाहिए.
- इस व्यक्ति ने 1 महीने तक पीया ऊंटनी का दूध, फिर जो हुआ वो चौकाने वाला था, आप भी जाने..! क्लिक करे
- बुढ़ापे तक रहना चाहते हैं जवान तो दूध में मिलाकर करे इस चीज का सेवन…! क्लिक करे
- लौकी की सब्जी खाने के बाद भूलकर भी न खाएं ये 2 चीजें, वरना जीवन भर पछताओगे क्लिक करे
1. प्राचीन यूरोप में महत्वपूर्ण मसाला: मध्यवर्ती यूरोप में जायफल एक बेहद महंगा खड़ा मसाला था. ये यूरोपीय पकवानों का एक हिस्सा होने के साथ-साथ औषधियों का भी एक ज़रूरी हिस्सा था. इसके अलावा उस समय इसका वस्तुओं के बचाव के लिए भी इस्तेमाल किया जाता था.
2. प्लेग को दूर रखने में सहायक: एलिज़ाबेथ के काल में माना जाता था कि जायफल प्लेग को दूर रखने के गुण रखता है. उन दिनों प्लेग का ख़तरा हमेशा ही बना रहता था. इसलिए उस समय जायफल को बेहद महत्त्व दिया जाता था.
3. सदाबहार पेड़ का बीज: जायफल का पेड़ 16 से 43 फीट लम्बा एक सदाबहार पेड़ होता है. इस पर 60 सालों तक फल आते हैं. इस पर पीले रंग का नाशपाती के आकार का फल पैदा होता है, जिसके अन्दर से जमुनी और भूरे रंग का बीज निकलता है, जो जायफल होता है.
4. स्वास्थ्य की दृष्टि से ख़ास: जायफल को स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत प्रभावशाली माना जाता है. इसके अंदर मौजूद विटामिन, मिनरल और जैविक तत्वों का तेल किसी भी प्रकार के दर्द दूर करने, अनिद्रा दूर करने, शरीर के विषैले तत्वों को बाहर निकलने और पाचन शक्ति को बढ़ाने और दांतों की सुरक्षा के लिए बहुत ही कारगार है.
5. अधिक जायफल ग्रहण करने के नुकसान: जायफल को यदि सही मात्रा में लिया जाए, तभी उसके लाभ मिल सकते हैं. अधिक मात्रा में ग्रहण किया गया जायफल व्यक्ति के लिए जानलेवा भी हो सकता है.