लाइव हिंदी खबर (हेल्थ कार्नर ) :- बात चाहे किशोरावस्था की हो या युवावस्था व प्रौढ़ावस्था की, महिलाओं में जरूरत से ज्यादा होने वाले हार्मोनल बदलाव से उनके शरीर में अक्सर पोषक तत्त्वों की कमी पाई जाती है। इन्हें दूर करना जरूरी है। आइए जानें कैसे करें इनकी पूर्ति –
![]()
आयरन ( Iron ) :
महिलाओं के शरीर में खून की कमी का प्रमुख कारण आयरन तत्त्व की कमी होना है। लौह दिमाग और मांसपेशियों तक ऑक्सीजन पहुंचाता है। 19 – 50 वर्ष की महिलाओं में इस तत्त्व का अभाव ज्यादा होता है। खासकर बढ़ती उम्र और प्रेग्नेंसी के दौरान इस तत्त्व की खपत मांसपेशियों, हड्डियों व अहम कोशिकाओं द्वारा बढ़ जाती है। ऐसे में इसकी कमी से थकान, सिरदर्द, त्वचा की रंगत में बदलाव, भूख बढऩा या घटना, हाथ-पैरों में दर्द, सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।
ये खाएं : फलियां, हरी पत्तेदार सब्जियां, ब्रॉकली, बादाम, किशमिश आदि।
राइबोफ्लेविन आयरन की कमी से राइबोफ्लेविन (विटामिन-बी2) तत्त्व की कमी होना सामान्य है। यह ऐसा एंटीऑक्सीडेंट है जो पाचनतंत्र व त्वचा को सेहतमंद रखता है। युवावस्था व इससे ज्यादा उम्र वाली महिलाओं को प्रतिदिन 1 मिग्रा राइबोफ्लेविन की जरूरत पड़ती है। इसकी कमी से आंखों में जलन व आसपास खुजली होती है। चेहरे, होंठ, मुंह के आसपास त्वचा फटने लगती है।
ये खाएं : मशरूम, दूध, बादाम, दही, सोयाबीन, बींस आदि।
विटामिन-डी अधिकतर महिलाओं को दूध पीना पसंद नहीं होता। साथ ही वे घर से बाहर निकलते समय हाथों में दस्ताने व मुंह पर स्कार्फ बांध लेती हैं ऐसे में उन्हें नैचुरल तरीके से मिलने वाले विटामिन-डी नहीं मिल पाता। कैल्शियम को एब्जॉर्ब करने में विटामिन-डी अहम है। इसकी कमी से इम्यूनिटी घटने लगती है।
ये खाएं : दूध, पनीर, दही, सोया मिल्क, मशरूम, संतरे का जूस आदि।
ओमेगा-थ्री फैटी एसिड
सेहतमंद हृदय से लेकर दिमाग के सही काम और स्वस्थ आंखों के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड जरूरी होता है। इसकी कमी से जोड़ों में दर्द, कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ना, तनाव, अस्थमा, कमजोर याद्दाश्त जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
ये खाएं : अखरोट के अलावा अलसी के बीज व इसका तेल, केनुला ऑयल व सोयाबीन का तेल इस्तेमाल में ले सकते हैं। हालांकि तेल और मेवों से अधिक कैलोरी मिलती है। इसलिए सीमित मात्रा में ही लें।