लाइव हिंदी खबर :- भारत और चीन ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा देने के लिए “शांति, प्रगति और साझेदारी” पर आधारित एक दूरदर्शी रोडमैप पर सहमति जताई है। दोनों देशों ने इस दस्तावेज़ में भरोसे और सहयोग की भावना के साथ आगे बढ़ने का संकल्प लिया। रोडमैप में न केवल आपसी विश्वास बहाली और संवाद की प्रक्रिया को मज़बूत करने पर बल दिया गया है, बल्कि आर्थिक, सांस्कृतिक और रणनीतिक क्षेत्रों में साझेदारी को भी गहराई देने की बात कही गई है।

महत्वपूर्ण रूप से, दोनों देशों ने बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई है। दस्तावेज़ में स्पष्ट किया गया है, “चीनी पक्ष भारत को 2026 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी में समर्थन देगा। भारतीय पक्ष 2027 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी में चीन को समर्थन देगा।” विशेषज्ञों का मानना है कि यह सहमति न केवल भारत-चीन रिश्तों में नए भरोसे का संकेत है, बल्कि ब्रिक्स जैसे वैश्विक मंच पर साझा नेतृत्व को भी रेखांकित करती है। विश्लेषकों का कहना है कि ऐसे सहयोगी कदम एशिया को वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था में और सशक्त बनाएंगे।
इस दस्तावेज़ को दोनों देशों के संबंधों में सकारात्मक बदलाव की दिशा में अहम पहल माना जा रहा है, जो शांति और स्थिरता के साथ विकास को संतुलित करने की कोशिश करता है।