लाइव हिंदी खबर :- तमिलनाडु के डीजीपी ने सुप्रीम कोर्ट में जवाब दिया है कि अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लाइव प्रसारण को लेकर दायर मामला तमिलनाडु सरकार को हिंदू विरोधी के रूप में चित्रित करने का एक प्रयास है। अयोध्या राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 तारीख को आयोजित किया गया था।
बीजेपी और हिंदू संगठनों ने तमिलनाडु के मंदिर परिसर में इसका सीधा प्रसारण करने की कोशिश की. लेकिन शिकायत थी कि सरकार ने इसकी इजाजत देने से इनकार कर दिया. इसे लेकर बीजेपी के विनोज पी सेल्वम ने सुप्रीम कोर्ट में केस दायर किया है. सुप्रीम कोर्ट ने उस दिन इस मामले की सुनवाई की और आदेश दिया कि लाइव टेलीकास्ट की इजाजत की अर्जी खारिज न की जाए. साथ ही मामले की आज सुनवाई हुई.