लाइव हिंदी खबर :-ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब शनि राशि बदलते हैं और जिन लोगों पर इनकी महादशा, दशा, साढ़े साती और ढैय्या लगती है, उन लोगों के हाव भाव बदलने लगते हैं। माना जाता है कि जिनके साथ इस तरह के बदलाव होते हैं, उन्हें शनिदेव दंडित करते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस तरह के बदलाव बुरा वक्त शुरू होने से कुछ दिन पहले से ही नजर आने लगते हैं। कहा जाता है कि अगर इन बदलावों पर गौर किया जाए तो आने वाली परेशानियों से बचा जा सकता है।
शनि खुद की राशि मकर में प्रवेश करेंगे। ऐसे में कुछ राशियों पर शनि की महादशा, दशा, साढ़े साती और ढैय्या लगेगी। अगर आप पर भी शनि की महादशा, दशा, साढ़े साती और ढैय्या लगने वाली है तो इन संकेतों से शनि के शरीर में प्रवेश होने का पता लगा सकते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर आपकी हथेली का रंग नीला या काला दिखने लगे तो समझ लीजिए कि शनिदेव आपके शरीर में प्रवेश कर लिया है और आपको कर्मों का दंड देने वाले हैं।ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव का रंग काला और नीला बताया गया है। माना जाता है कि जिनके ऊपर शनि की महादशा, दशा, साढ़े साती और ढैय्या लगती है, उनकी माथे से चमक गायब हो जाती है। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो सावधान रहने की जरूरत है। माना जाता है कि ऐसे लोग अकारण कलंक के शिकार हो सकते हैं।
हाथ की मध्यमा उंगली को शनि की उंगली माना जाता है। माना जाता है कि शनि के प्रतिकूल होने पर इस उंगली का रंग भी बदलने लगता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि के कारण नाखून कमजोर हो जाते हैं और टूटने लगते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि के आगमन से पहले ही इंसान का स्वभाव बदलने लगता है। घर में छोटी-छोटी बातों पर विवाद होने लगता है और धर्म-कर्म से मन हट जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि के प्रभाव के कारण ही खान-पान की आदतें बदलने लगती है और इंसान तामसिक भोजन शुरू कर देता है। क्योंकि शनि शरीर में प्रवेश करते ही सबसे पहले बुद्धि खराब करते हैं।