सिर्फ राशि परिवर्तन के कारण ही नहीं पड़ती शनि की अशुभ छाया, ये भी होती है वजह

लाइव हिंदी खबर :-शनिदेव का नाम जब भी आता है तो सभी के मन में डर हो जाता है। लेकिन आपको बता दें की शनि महाराज सभी को बुरा परिणाम नहीं दिखाते, वे मनुष्य के कर्मों के अनुसार ही परिणाम दिखाते हैं।

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार शनिदेव की टेढ़ी नजर पड़ने पर व्यक्ति के लिये बहुत बुरा माना जाता है। शनि की अशुभ दृष्टि पड़ने पर व्यक्ति का मानसिक, शारीरिक और आर्थिक तीनों में बहुत कष्ट मिलता है। शनि की चाल, साढ़ेसाती, शनि की ढैय्या शनि के राशि परिवर्तन से सभी राशियों पर प्रभाव पड़ता है।

शनिदेव राशि परिवर्तन कर रहे हैं। जिसके अनुसार शनिदेव सभी राशियों पर प्रभाव डालेंगे और कुछ राशियों पर साढ़ासाती लगेगी। कुछ राशियों पर ढैय्या तो कुछ राशियों को इससे लाभ भी मिलेगा।

कुंभ राशि वालों की साढ़ेसाती शुरु होगी। इसके साथ ही तुला और मिथुन राशि वाले जातकों की ढैय्या शुरु हो जाएगी। लेकिन क्या आपको पता है शनि की अशुभ छाया सिर्फ एक राशि से दूसरी राशि में गोचर के कारण ही नहीं होती बल्कि कुछ अन्य कारणों से भी पड़ती है। आइए जानते हैं शनि की अशुभ छाया के कारण…

शनि की पूजा में ना करें तांबे के बर्तन का इस्तेमाल

सामान्यतः जब भी हम कोई पूजा करते हैं तो तांबे के लोटे का उपयोग करते हैं। लेकिन आपको बता दें कि शनिदेव की पूजा में कभी तांबे के लोटे का उपयोग नहीं करना चाहिये। क्योंकि तांबा सूर्य की धातु मानी जाती है और सूर्य देव को शनि का पिता माना जाता है और शनिदेव अपने पिता सूर्य से बैर रखते हैं। इसके पीछे एक कथा भी छिपी है। इसलिये शनिदेव की पूजा में तांबे की जगह लोहे या फिर मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल करें।

शनिदेव की पूजा में ना करें लाल रंग का उपयोग

शनिदेव की पूजा करते समय कभी भी किसी लाल चीज का उपयोग नहीं करना चाहिये। क्योंकि लाल रंग मंगल ग्रह से संबंधित होता है और मंगल ग्रह से शनिदेव की शत्रुता है। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिये काले और नीले रंग की चीजों का इस्तेमाल करने चाहिये। कभी भी शनिदेव को लाल चीजें जैसे लाल कपड़े, लाल फूल और फल नहीं चढ़ाना चाहिये।

 

शनिदेव की पूजा में दिशा का रखें ध्यान

शनिदेव की पूजा करते समय दिशा का हमेशा ध्यान रखना चाहिये। क्योंकि शनिदेव पश्चिम दिशा के स्वामी माने जाते हैं और शनिदेव की पूजा करते समय हमेशा अपना मुंह पश्चिम दिशा में रखना चहिये। अगर आप पश्चिम दिशा के अलावा किसी दिशा में अपना मुंह रखकर पूजा करते हैं तो आप पर शनि की अशुभ छाया पड़ती है।

 

कभी शनिदेव की आंखों में आंखे ना डालें

जब भी हम मंदिर में दर्शन करने जाते हैं तो हम भगवान की आंखों में आंखे डालकर प्रार्थना करते हैं। लेकिन जब भी आप शनिदेव के दर्शन करने जायें तो एक बात का हमेशा ध्यान रखें की शनिदेव की आंखों में आंखें कभी ना डालें क्योंकि ऐसा करने से शनि की टेढ़ी नजर व्यक्ति पर पड़ती है और उसका अनिष्ट शुरु हो जाता है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top