लाइव हिंदी खबर (हेल्थ कार्नर ) :- आयुर्वेद में हल्दी को प्राकृतिक औषधि कहा गया है। जो पेट और त्वचा संबंधी रोगों को दूर करती है। हल्दी के एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण दर्द में राहत पहुंचाने की बात दादी-नानी व हैल्थ एक्सपर्ट लंबे समय से कहते आ रहे हैं। सर्दी-जुकाम या हाथ-पैरों में दर्द होने पर गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीना लाभदायक है। चोट लगने या पस वाले फोड़े-फुंसी पर देशी घी में हल्की पाउडर मिलाकर रूई से घाव पर लगाने से जल्द ही आराम मिलता है। हाल ही एक शोध में हल्दी को ‘सुपर-स्पाइस’ का दर्जा दिया गया।
‘इन्फ्लेमोफार्माकोलॉजी’ में प्रकाशित एक अहम शोध में हल्दी के प्रयोग से ऑस्टियो आर्थराइटिस के मरीजों को घुटने के दर्द में राहत मिलने के प्रमाण मिले। इसके इस्तेमाल से जोड़ों की जकड़न दूर होती है।
कच्ची हल्दी के रस में चुकंदर की पत्तियों का रस मिलाकर बालों में लगाने से बाल नहीं झड़ते हैं। मुंहासों पर हल्दी के पाउडर को गुलाब जल में मिलाकर लगाने से मुहांसे जल्दी ठीक हो जाते हैं।दांतों में पायरिया होने पर हल्दी पाउडर, नमक और सरसों के तेल को मिलाकर मंजन करने से पायरिया ठीक हो जाता है।