लाइव हिंदी खबर (हेल्थ कार्नर ) :- लोगों का मानना है कि बुजुर्गों को शारीरिक गतिविधियों में कमी से उन्हें पहले से कम पौष्टिक तत्वों व कैलोरी की जरूरत होती है। जो सच नहीं है। उन्हें तंदुरुस्त रहने के लिए संतुलित आहार के साथ पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम की भी जरूरत होती है।

इसलिए होती है दिक्कत
शारीरिक गतिविधि में कमी से बुजुर्गों को रात में ठीक से नींद नहीं आती है। वे दिन भर सुस्त और थकान महसूस करते हैं। दोपहर में भी उन्हें झपकी आती है।