हमेशा सेहतमंद रहने के लिए सिंघाड़े को अपनी डाइट में शामिल करें

लाइव हिंदी खबर (हेल्थ कार्नर ) :-  व्रत में खाया जाने वाले सिंघाड़े में विटामिन ए, सी, आयोडीन, फॉस्फोरस, प्रोटीन होता है। ये भूख मिटाने में ही नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत लाभकारी हाेता है।

https://www.chetanherbal.com/uploads/1169327_beets-beet-juice-1522792239.jpg

– अनिद्रा : इसके प्रयोग से गर्भपात का खतरा कम होता है। त्वचा, बालों, डिहाइड्रेशन, अनिद्रा में लाभदायक है।

– पाचन : फाइबर, आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम युक्त होने से यह पाचन को मजबूत करता है, बच्चों को भूख न लगने पर सिंघाड़ा फ्रूट या इसके आटे की रोटी दी जाती है। इससे बच्चों की सेहत में सुधार आता है।

– अस्थमा के मरीजों के लिए सिंघाड़ा बहुत फायदेमंद होता है। सिंघाड़े को नियमित रूप से खाने से सांस संबधी समस्याओं से भी आराम मिलता है।

– सिंघाड़ा बवासीर जैसी मुश्किल समस्याओं से भी निजात दिलाने में कारगर साबित होता हैं।

– सिंघाड़ा खाने से फटी एड़ि‍यां भी ठीक हो जाती हैं। इसके अलावा शरीर में किसी भी स्थान पर दर्द या सूजन होने पर इसका लेप बनाकर लगाने से बहुत फायदा होता है।

– इसमें कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसे खाने से हड्ड‍ियां और दांत दोनों ही मजबूत रहते हैं। साथ ही यह आंखों के लिए भी फायदेमंद है।

हमेशा सेहतमंद रहने के लिए सिंघाड़े को अपनी डाइट में शामिल करें– प्रेग्नेंसी में सिंघाड़ा खाने से मां और बच्चा दोनों स्वस्थ रहते हैं। इससे गर्भपात का खतरा भी कम होता है। इसके अलावा सिंघाड़ा खाने से पीरियड्स की समस्याएं भी ठीक होती हैं।

– सिंघाड़े का सेवन रक्त संबंधी समस्याओं को भी ठीक करता है। साथ ही मूत्र संबंधी रोगों के उपचार के लिए सिंघाड़े का प्रयोग बहुत फायदेमंद है। दस्त होने पर भी सिंघाड़े का सेवन रामबाण उपाय है।

– सिंघाड़ा शरीर को ऊर्जा देता है, इसलिए इसे व्रत के खाने में शामिल किया जाता है। इसमें आयोडीन भी पाया जाता है, जो गले संबंधी रोगों से रक्षा करता है और थाइरॉइड ग्रंथि को सुचारू रूप से काम करने के लिए प्रेरित करता है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top