लाइव हिंदी खबर (हेल्थ कार्नर ) :- मधुमेह एक ऐसी खतरनाक बीमारी है। इसका कोई इलाज नहीं है और इसे केवल नियंत्रित किया जा सकता है। खराब खानपान और बिगड़ती जीवनशैली के कारण यह बीमारी लोगों को बहुत तेजी से शिकार बना रही है। यदि मधुमेह को नियंत्रित नहीं किया जाता है, तो यह कई गंभीर बीमारियों को भी जन्म दे सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि मधुमेह के रोगियों में रक्त शर्करा और हृदय संबंधी विकारों का अधिक खतरा होता है। यही कारण है कि ऐसे रोगियों को बेहतर खानपान और स्वस्थ जीवन शैली जीने की सलाह दी जाती है।
दिल्ली के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ। जेसी मोहन के अनुसार, भारत में लगभग 7.5 करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित हैं। यह रोग शरीर में शर्करा के स्तर में वृद्धि और शरीर में इंसुलिन की कम मात्रा के कारण होता है। न केवल बुजुर्ग, बल्कि छोटे बच्चे और गर्भवती महिलाएं भी इस बीमारी की चपेट में हैं।

करेला ब्लड शुगर के स्तर को कम करने के लिए दो बहुत ही आवश्यक यौगिकों से युक्त होता है। इसे चारैटिन कहा जाता है और मोमोर्डिसिन सबसे अच्छा उपलब्ध विकल्प है। इसके लिए करेले के रस का सौ ग्राम रस बनाकर सुबह खाली पेट करने से मधुमेह के रोगियों को बहुत लाभ होता है।
मेथी मधुमेह को नियंत्रित करती है। ब्लड शुगर को कम करता है। ग्लूकोज पर निर्भर इंसुलिन स्राव को प्रोत्साहित करने में मदद करता है इसलिए मधुमेह रोगियों को अपने आहार में मेथी को शामिल करना चाहिए। इसके लिए, मेथी का एक चम्मच होना चाहिए
रात को पानी में डालकर सुबह खाली पेट इसे चबाकर खाएं और पानी पी लें। इससे मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।