लाइव हिंदी खबर (हेल्थ कार्नर ) :- विटामिन डी की हमारे शरीर के लिए बेहद आवश्यक पाेषक तत्व है। यह शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाकर हड्डियों को मजबूत व स्वस्थ रखता है। पर्याप्त विटामिन डी के बिना, शरीर केवल 10% से 15% डाइटरी कैल्शियम को अवशोषित कर सकता है, जबकि शरीर में 30% से 40% कैल्शियम का अवशोषण हड्डियों को मजबूत बनाएं रखने के लिए जरूरी है। विटामिन डी की कमी से बच्चों में रिकेट नामक हड्डी की बीमारी हो जाती है, यह तो आपने खूब सुना है लेकिन विटामिन डी की कमी से कई और बीमारियां हो सकती हैं। जाहिर है विटामिन डी के सेवन के ढेर सारे फायदे हैं। आइए जानते हैं विटामिन डी के फायदाें के बारे में :-

विटामिन डी, क्याें है हमारे लिए जरूरी, क्या है इसका काम, जानें यहां

मसल्स फाइबर की ग्रोथ
विशेषज्ञाें के अनुसार कर्इ रिसर्च से पता चलता है कि गर्मियों में एथलीटों के परफॉर्मेंस सर्दियों की तुलना में काफी बेहतर होते हैं। विटामिन डी मसल्स फाइबर की ग्रोथ को स्टीमुलेट करता है। रक्त में इसके उच्च स्तर से संतुलन और प्रतिक्रिया की टाइमिंग भी इम्प्रूव होती है।

बीमारियों से सुरक्षा
वैज्ञानिकों को कई ऐसे प्रमाण मिले रहे हैं कि विटामिन डी के उच्च स्तर की मौजूदगी से जीवन में आगे चलकर डायबिटीज और हार्ट डिजीज जैसी जानलेवा बीमारियों से काफी हद तक सुरक्षा मिल सकती है। बीते साल टाइप-2 डायबिटीज के 90 मरीजों पर किए गए एक खास अध्ययन के अनुसार विटामिन डी वाला योगर्ट पीने वाले मरीजों में ब्लड शूगर व वजन सामान्य योगर्ट पीने वाले लोगों की तुलना में जल्दी कंट्रोल हुआ।

Lack Of Vitamin D Can Be Dangerous For Health - इस विटामिन की कमी सेहत के लिए हो सकती है खतरनाक | Patrika News

कहां मिलेगा विटामिन डी
वैसे तो सूर्य का प्रकाश विटामिन डी का आदर्श स्रोत है, लेकिन भारत में कुपोषण एवं सूर्य की रोशनी में पर्याप्त एक्जपोजर न होने से लोगों में इसकी कमी हो रही है। नियमित रूप से इसकी रेकमंडेड डोज लेने (10 से 20 माइक्रोग्राम) के लिए भोजन में दही, चीज, मछली, अंडे, मशरूम और फोर्टीफाइड अनाज शामिल करने चाहिए।

दर्द से राहत
एक अन्य अध्ययन से पता चला है कि विटामिन डी के अच्छे स्तर से धमनियों में कड़ापन आने की आशंका कम हो जाती है, जिससे हृदय रोग की संभावना घटती है।