लाइव हिंदी खबर :- 9 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल के मोमिनपुर में दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। मयूरबुंज इलाके में कई घरों में तोड़फोड़ की गई। कारों में आग लगा दी गई।
पीड़ितों ने कलकत्ता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और आरोप लगाया कि राज्य पुलिस विभाग ने हिंदू विरोधी दंगों में कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने दंगा क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बल भेजने का आदेश देने की भी मांग की।
इस पर सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने राज्य पुलिस को दंगा मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल गठित करने का आदेश दिया। इसने आगे केंद्र सरकार को यह तय करने का आदेश दिया कि क्या अपराध की गंभीरता और अन्य कारकों को ध्यान में रखते हुए एनआईए द्वारा मामले की जांच की जानी चाहिए।
इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर एनआईए ने मामले को अपने हाथ में ले लिया। एनआईए ने पिछले साल अक्टूबर में मामला फिर से दर्ज किया था और जांच शुरू की थी। ऐसे में इस मामले को लेकर एनआईए के अधिकारियों ने कल पश्चिम बंगाल में 17 जगहों पर छापेमारी की. आरोपियों के घरों और दफ्तरों पर छापेमारी की गई।