लाइव हिंदी खबर :- भारतीय सेना प्रमुख मनोज पांडेय ने कल संवाददाताओं से कहा था कि चीनी सेना धीरे-धीरे नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पूर्वी हिस्सों में अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा रही है। खासकर डोकलाम में चीनी सेना की गतिविधियां बढ़ गई हैं। भारतीय सेना इस पर कड़ी नजर रख रही है।
पूर्वी लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक 3,488 किलोमीटर लंबी नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा कड़ी है। पर्याप्त फोर्स तैयार रखी गई है। ऐसे में भारतीय सेना किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है। चीन डेपसांग मैदान और देमसोक क्षेत्र से सैनिकों की वापसी की मांगों को खारिज करता रहा है। चीनी सैनिक लगातार उन इलाकों में डेरा डाले हुए हैं। 9 दिसंबर को यांग्त्ज़ी पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प उसी का प्रतिबिंब है।
प्रशिक्षण के लिए लाए गए सैनिक वहीं रहते हैं। हालांकि भारतीय सेना किसी भी हमले से निपटने के लिए हमेशा तैयार है। भारत ने सीमा अवसंरचना विकास पर भी ध्यान केंद्रित करना जारी रखा है। पिछले 5 वर्षों में उत्तरी सीमा के साथ 2,100 कि.मी. सड़कों और 7,450 मीटर पुलों का निर्माण किया गया है।