लाइव हिंदी खबर :- गुजरात में एक मशहूर कंपनी संघवी एंड संस है। मालिक तनेश और उनकी पत्नी अमी संघवी की दो बेटियां हैं। इसमें 9 साल की बड़ी बेटी देवांशी ने करोड़ों का त्याग किया और एक साधारण तपस्वी जीवन में चली गई जो वह चाहती थी। उसकी चार साल की एक छोटी बहन भी है।
इस स्थिति में आसा ने अपने स्नेह को त्याग दिया और तपस्या पर चली गयी, जिससे क्षेत्र के लोगों में बहुत उत्साह था। जैन संत आचार्य विजय कीर्तिसूरी ने कल आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया और सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में देवंशी मठवाद की दीक्षा दी।
पारिवारिक मित्र नीरव शाह कहते हैं, ”देवांशी ने कम उम्र में साधुओं के साथ 700 किलोमीटर का सफर तय किया. उन्होंने लंबी दूरी तय कर इस तपस्वी जीवन को स्वीकार किया है।’