लाइव हिंदी खबर :- महिला पहलवान विनेश फोगाट भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के इस्तीफे का विरोध कर रही हैं। विनेश फोगट राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं। कल उनके द्वारा लगाए गए आरोप से भारतीय खेल जगत में खलबली मच गई है। महिला पहलवान वर्षों से यह दावा करती रही हैं कि उनके कोचों ने उनका यौन उत्पीड़न किया है।
उनकी ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया भी दिल्ली के जनदार मंतर इलाके में विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। विरोध प्रदर्शन में शामिल होने से पहले विनेश भोगट ने एक इंटरव्यू में कहा, “मैं 10-20 महिला पहलवानों को यौन उत्पीड़न का सामना करने के बारे में जानती हूं। इसमें कई कोच और रेफरी शामिल हैं। हम दोषियों को सजा मिलने तक विरोध जारी रखेंगे। तब तक कोई भी एथलीट इसमें भाग नहीं लेगा। किसी घटना।
कोच महिला खिलाड़ियों का यौन उत्पीड़न करते हैं और फेडरेशन के कुछ पसंदीदा कोच भी महिला कोचों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया जाता है। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण चरण सिंह पर भी यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है। वे (कन्फेडरेशन) हमारे निजी जीवन में भी दखलंदाजी करते हैं और हमें परेशान करते हैं। वे हमारा शोषण कर रहे हैं।
जब हम ओलंपिक में गए थे तो हमारे पास फिजियो या ट्रेनर नहीं था। उन्होंने शिकायत की, इसके खिलाफ आवाज उठाने पर हमें लगातार धमकी दी जा रही है। साथ ही, भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) ने घोषणा की है कि वह तब तक हड़ताल पर रहेगा जब तक कि उसके अध्यक्ष बृजभूषण चरण सिंह पद नहीं छोड़ देते।
उनके साथ 30 पहलवानों ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया है। लेकिन बृजभूषण चरण सिंह ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा कि 97 प्रतिशत खिलाड़ी हमारी तरफ हैं। यौन उत्पीड़न के आरोपों से मुझे पीड़ा होती है। कोई भी खिलाड़ी उन आरोपों को मुझ पर या मुख्य कोच पर नहीं लगा सकता है। मुझे लगता है कि कुछ पहलवानों पर आरोप लगाए जा रहे हैं।
धरने पर बैठने का दबाव डाला। कुछ दिन पहले एक मीटिंग में विनेश फोगाट ने हेड कोच को बदलने की मांग की थी। किसी खिलाड़ी की सिफारिश पर कोच को नहीं रखा जा सकता। हमें दूसरे राज्यों के खिलाड़ियों के बारे में भी सोचना चाहिए। उन्हें चाहिए यौन उत्पीड़न में शामिल कोचों के नाम पहले भी बताए गए हैं। अगर उनके आरोप सही पाए गए तो मैं आत्महत्या कर लूंगा।’ हालांकि विनेश भोगट के आरोपों के बाद केंद्रीय खेल विभाग ने डब्ल्यूएफआई से स्पष्टीकरण मांगा है।