लाइव हिंदी खबर :- सब्सिडी के बोझ को कम करने के लिए बांग्लादेश सरकार ने एक बार फिर थोक और खुदरा दोनों स्तरों पर बिजली की कीमतें बढ़ा दी हैं। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि बिजली, ऊर्जा और खनिज संसाधन मंत्रालय के नोटिस के अनुसार नई दरें बुधवार (1 फरवरी) से लागू होंगी।
नोटिस के मुताबिक, एक महीने से भी कम समय में दूसरी बार बिजली के खुदरा मूल्य में 5 फीसदी की बढ़ोतरी की जा रही है, जबकि थोक कीमतों में 8.06 फीसदी की बढ़ोतरी नोटिस के मुताबिक देखी जा रही है। बांग्लादेशी सरकार ने 12 जनवरी को व्यवसायों और उपभोक्ताओं के विरोध की अनदेखी करते हुए, खुदरा स्तर पर बिजली की कीमत 5 प्रतिशत बढ़ाकर 7.48 टका प्रति यूनिट कर दी।
12 जनवरी को बिजली का खुदरा मूल्य बढ़ाने का कदम पिछले साल दिसंबर में उत्पादकों के स्तर पर 19.92 प्रतिशत की बढ़ोतरी के बाद उठाया गया था। बांग्लादेश के बिजली, ऊर्जा और खनिज संसाधन राज्य मंत्री नसरूल हामिद ने पहले कहा था कि मासिक आधार पर बिजली की कीमत का समायोजन किया जाता है तो गैस आयात में वित्तीय घाटे के कारण हुए बैकलॉग को कुछ हद तक दूर किया जा सकता है।
विशेषज्ञों ने दावा किया कि बिजली की कीमतों में वृद्धि से देश की मुद्रास्फीति की दर फिर से बढ़ सकती है। बांग्लादेश सांख्यिकी ब्यूरो ने बताया कि बांग्लादेश में मुद्रास्फीति पिछले साल अगस्त में बढ़कर 9.52 प्रतिशत हो गई, जो 10 वर्षों में सबसे अधिक है, मुख्य रूप से उच्च खाद्य कीमतों से प्रेरित है (1 अमेरिकी डॉलर लगभग 100 टका के बराबर है)।