लाइव हिंदी खबर :- हिंडनबर्ग रिसर्च इंस्टीट्यूट ने पिछले हफ्ते रिपोर्ट दी थी कि अडानी समूह अनियमितताओं में शामिल था। इसके बाद अडानी कंपनियों के शेयर मूल्य में 4.20 लाख करोड़ रुपए की गिरावट आई। एलआईसी और एसबीआई सहित सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों ने जहां अडानी समूह में निवेश किया है, वहीं उन कंपनियों को भी घाटा हुआ है।
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने सवाल किया है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और जांच एजेंसियां अडानी समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोप पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। उन्होंने आगे कहा, “एलआईसी एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है। यह लोगों का पैसा है।
एलआईसी ने जनता के पैसे से अदानी ग्रुप में 77 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, एलआईसी को इस निवेश पर 23,500 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। इसके अलावा एलआईसी के शेयर की कीमत में 22,500 करोड़ रुपये की गिरावट आई है। इसी तरह सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एसबीआई ने अडाणी समूह को 81,200 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है।
अडानी समूह पर लगे आरोपों के कारण सार्वजनिक क्षेत्र की इन दोनों कंपनियों के शेयर मूल्य में 78 हजार करोड़ रुपए की गिरावट आई है। लेकिन ऐसे माहौल में भी एलआईसी 300 करोड़ रुपये और एसबीआई अदानी ग्रुप में 225 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। रिजर्व बैंक, सेबी, प्रवर्तन विभाग, सीबीआई और केंद्रीय वित्त मंत्रालय सहित संगठन अभी भी इस बारे में चुप्पी साधे हुए हैं। अदानी ग्रुप में एलआईसी पीपुल्स मनी ने 77 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया है।