लाइव हिंदी खबर :- कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कल अदानी समूह के मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार से सवाल किया। प्रधानमंत्री मोदी और अडानी के बीच लंबे समय से घनिष्ठ संबंध रहे हैं। तो क्या काले धन को खत्म करने की बात करने वाली मोदी सरकार ने अडानी की अनियमितताओं पर आंख मूंदने का फैसला किया है?
उन्होंने आगे कहा, ‘सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एलआईसी ने अदाणी समूह में 74,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। अदाणी समूह को दिए गए कर्ज में अकेले एसबीआई का योगदान 40 फीसदी है। उन्होंने कहा, “मोदी ने सरकारी वित्तीय प्रणाली को खतरनाक स्थिति में डाल दिया है।”
अमेरिका स्थित हिंडनबर्ग रिसर्च इंस्टीट्यूट ने प्रकाशित किया है कि अडानी समूह स्टॉक धोखाधड़ी, कर चोरी, स्टॉक के मूल्य को बढ़ाकर और अत्यधिक ऋण प्राप्त करने जैसे व्यवस्थित दुरुपयोग में शामिल रहा है। रिपोर्ट ने भारतीय शेयर बाजार हलकों में एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया। इससे अडानी कंपनियों के शेयर की कीमत दो दिनों में 4.20 लाख करोड़ रुपए गिर गई। इससे इसमें निवेश करने वाली एलआईसी को भी 16 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।