लाइव हिंदी खबर :-घर, भवन, मंदिर आदि के निर्माण के लिए लोग भारतीय आर्किटेक्चर तकनीक ‘वास्तु शास्त्र’ की मदद लेते हैं। यह एक ऐसी शास्त्रीय विद्या है जो पूरी तरह से वैज्ञानिक मानी गई है। किन्तु केवल निर्माण के लिए ही नहीं, उसके बाद भी मकान को नकारात्मक ऊर्जा से दूर रखने के लिए वास्तु शास्त्र हमें कुछ वस्तुएं प्रदान करता है जिनके प्रयोग से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है और सुख-समृद्धि बनी रहती है। जल्द ही श्रावण (सावन) का महीना आरम्भ होने वाला है। वास्तु विज्ञान में ऐसी कई वस्तुएं हैं जो मूल रूप से भगवान शिव से जुड़ी हैं और इन्हें यदि सावन के महीने में घर में जगह दी जाए तो शिव कृपा पाई जा सकती है।
1. रुद्राक्ष: प्राकृतिक रूप से पेड़ों पर उगने वाले अलग-अलग आकर के रुद्राक्ष को भगवान शिव के आंसू माना जाता है। एक पौराणिक कथा के अनुसार भगवान शिव के आंसू धरती पर जिन-जिन जगहों पर गिरे, वहां रुद्राक्ष की उत्पत्ति हुई। इसलिए इन्हें शुभ माना जाता है। सावन के महीने में रुद्राक्ष या इसकी माला को ले आएं और घर के मुखिया के कमरे में रख दें। घर में खुशियां ही खुशियां आएंगी।
2. भस्म: भस्म को भगवान शिव का आशीर्वाद माना जाता है। भगवान शिव के परम भक्त माने जाने वाले अघोरी साधु भी तन पर वस्त्रों की जगह भस्म धारण करते हैं, ताकि वे शिव कृपा से जुड़े रहें। सावन में शिव कृपा पाने के लिए घर में शिवजी की मूर्ति के साथ भस्म रख दें।
3. गंगा जल: भगवान शिव की जटाओं में गंगा विराजमान हैं। सावन के महीने में गंगा जल का बेहद महत्व होता है, इसलिए इस महीने में गंगा जल लाएं और इसे रसोई घर में रख दें। इसे रखने के लिए तांबे के पात्र का इस्तेमाल करें।
4. त्रिशूल: भगवान शिव का अस्त्र त्रिशूल भी पूजनीय है। लोग शिवजी के साथ उनके अस्त्रों की भी पूजा करते हैं। इससे नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और शत्रुओं से लड़ने की ताकत मिलती है। सावन के महीने में तांबे का एक त्रिशूल ले आएं। त्रिशूल बड़ा हो या छोटा, इससे फर्क नहीं पड़ता है। इसे लाकर घर के हॉल में रख दें।
5. पानी भरा लोटा: शास्त्रों में तांबे के लोटे को पवित्र माना जाता है। सावन में शिव कृपा पानी हो तो तांबे के लोटे में गंगा जल या चाहें तो साधारण जल भरकर इसे घर के उस हिस्से में रखें जहां परिवार के ज्यादातर सदस्य अक्सर साथ में बैठते हों। यह तांबे का लोटा परिवार के सदस्यों में प्रेम और विश्वास बनाए रखेगा।
6. डमरू: शिव का डमरू और उसकी आवाज, दोनों ही हिन्दू धर्म में बेहद महत्वपूर्ण माने गए हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार डमरू की ध्वनि से बुरी से बुरी शक्तियों को तबाह किया जा सकता है। घर में मौजूद बुरी शक्तियों का नाश करना हो तो सावन के पवित्र महीने में घर में डमरू ले आएं और इसे बच्चों के कमरे में रख दें। इसकी मौजूदगी से किसी प्रकार का भय नहीं सताता है।
7. नंदी: शिव के वाहन नंदी का किसी भी धातु या पत्थर के इस्तेमाल से बनी मूर्ति को सावन के महीने में घर ले आएं। इसे उस स्थान पर रखें जहां आप अपनी सबसे जरूरी या कीमती चीजों को रखते हों। अगर संभव हो तो आप चांदी या तांबे के नंदी लेकर आएं।
8. नाग: भगवान शिव के गले में नाग देवता विराजमान होते हैं। यही कारण है कि हिन्दू धर्म में नागों की पूजा का अत्यधिक महत्व है। चांदी या तांबे के नाग को सावन के महीने में घर ले आएं और इसे घर में मुख्य द्वार के आसपास रखें। यदि आपको इसके चोरी हो जाने का डर हो तो थोड़ा छिपाकर रख दें। यह नाग देवता घर में आने वाली बुराई को मुख्य द्वार से ही वापस लौटा देंगे।