लाइव हिंदी खबर :- पिछले साल नवंबर में अमेरिका स्थित ओपन एआई कंपनी ने ‘चैट जीपीडी’ नामक एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) प्रौद्योगिकी सॉफ्टवेयर लॉन्च किया था। चैट जीपीडी भाषा संबंधी कार्य बहुत तेजी से कर रहा है जैसे प्रश्नों का तुरंत उत्तर देना, यदि आप कोई विषय डालते हैं तो उससे संबंधित जानकारी संकलित करना। विशेषज्ञों का कहना है कि एआई विभिन्न क्षेत्रों में बड़ा बदलाव लाएगा। हालांकि, विशेषज्ञ यह भी चेतावनी देते हैं कि अगर इसे ठीक से नहीं संभाला गया तो यह मानवता के लिए खतरा बन जाएगा।
चीन का एक स्कूल छात्रों के ध्यान को नियंत्रित करने के लिए एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरण का उपयोग कर रहा है। यानी अगर इस डिवाइस को छात्रों के सिर से जोड़ दिया जाए तो यह डिवाइस यह पता लगा लेगी कि कक्षा में शिक्षक द्वारा कराए गए पाठ पर कौन ध्यान दे रहा है और कौन अलग सोच रहा है। और इसकी जानकारी शिक्षकों और छात्रों के अभिभावकों को भेजेंगे.
इससे जुड़ा एक वीडियो पिछले हफ्ते सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. संगीतकार एआर रहमान ने इस वीडियो को अपने ट्विटर पेज पर साझा किया और कहा, ‘मुझे युवा पीढ़ी के लिए खेद है। क्या वे एक ही समय में धन्य और शापित हैं? उन्होंने कहा, “समय बताएगा।” संगीतकार थमन ने रहमान की पोस्ट को री-ट्वीट करते हुए कहा, ‘पूरी तरह सच सर’।
मुझे नई पीढ़ी पर दया आती है…क्या वे एक ही समय में धन्य और शापित हैं?…केवल समय ही बताएगा #प्रौद्योगिकी का नैतिक उपयोग #शक्ति का नैतिक उपयोग #ऐ #प्रकृति के साथ खिलवाड़ https://t.co/q1cVG5aIAE
– अररहमान (@arrahman) 6 मई 2023