लाइव हिंदी खबर :- सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में लोग बिना पैंट पहने हुए सार्वजनिक स्थानों पर देखे जा रहे हैं। आखिर में ऐसा क्या हुआ है जो लोग घर से बिना पैंट पहने ही बाहर निकल आए हैं। सोशल मीडिया पर आज कल कुछ ऐसे वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही जिसमें लोग आपको सार्वजनिक स्थानों पर भी बिना पैंट के घूमते हुए नजर आ रहे हैं। ये तस्वीरों और वीडियो मेट्रो स्टेशन, बस स्टॉप और हर एक सार्वजनिक जगहों की हैं।
वीडियो और तस्वीरों को देखने के बाद आप भी सोच में पड़ गए जाएंगे कि आखिर इन लोगों को क्या हुआ है जो ये लोग बिना पैंट के खुले आम घूम रहे हैं और सभी लोग ही ऐसा कर रहे हैं। युवा से लेकर बुजुर्ग, मर्द से लेकर हर औरत तक सभी यहां बिना पैंट के क्यों नजर आ रहे हैं। चलिए हम आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा क्यों है।
क्यों लोगों ने पैंट नहीं पहना?: दरअसल, यह वीडियो और तस्वीरें ब्रिटेन के लंदन की है। यहां पर नो ट्राउजर्स डे मनया जाता है। इस साल यह इवेंट बीते रविवार को मनाया गया था। इस दिन लोग बिना पैंट के ही अपना दिन बिताते हैं। यह ब्रिटेन में सालों से मनाया जा रहा है। कोरोना में यह इवेंट नहीं हुआ था। कोरोना के बाद 2023 में यह पहली बार मनाया गया। यह एक ग्लोबल इवेंट है और इसकी शुरुआत अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में 2002 से हुई थी। जिसके बाद यह दुनिया के विभिन्न देशों में भी मनाया जाने लगा।
वीडियो में लोग बिना पैंट के दिखे: जैसा कि वीडियो में आप देख सकते हैं कि लोगों ने इस दिन को पैंट नहीं पहना है और अपना काम रोज की तरह ही कर रहे हैं। लोग ऑफिस जा रहे। बाहर निकल कर सड़कों पर बड़े आराम से घूम रहे हैं। मानो इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। BBC की रिपोर्ट के अनुसार, लोगों ने नो ट्राउजर्स डे के लिए लंदन के प्रमुख सड़कों पर परेड निकाली। इसका आयोजन करने वाले द स्टिफ अपर लिप सोसाइटी का कहना है कि इवेंट के पीछे का उद्देश्य लोगों को हंसाना और मजे करना है। आयोजकों ने लोगों को भी इसका हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित भी किया और कहा कि आप फनी अंडरवीयर पहने लेकिन इस बात का जरूर ध्यान रखें कि आपके किसी हरकत से किसी की भावनाएं आहात न हो।
इस दिन को ‘नो ट्राउजर्स डे’ कहा जाता है: इस इवेंट में पुरूष, महिलाएं और बुजुर्गों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। वह बिना पैंट के घर से निकले और जानबूझ कर ऐसा रिएक्ट कर रहे थे जैसे सच में ये पैंट पहनना भूल गए हैं। लोग उपर सर्दियों के कपड़े पहनकर और नीचे अंडरवीयर में दिखें। इस दिन को नो पैंट्स डे भी कहा जाता है। वहीं कुछ लोग इसी हुलिए में ऑफिस भी जाते हुए दिख रहे हैं।
हाल ही में सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें वायरल हुईं और ये तस्वीरें लंदन की हैं. इन तस्वीरों के वायरल होने का कारण ये है कि इन तस्वीरों में जो भी लोग दिखाई दे रहे हैं, उन्होंने पैंट नहीं पहन रखी हैं. इन तस्वीरों में कई महिलाएं और पुरुष नजर आ रही हैं और किसी ने भी पैंट नहीं पहनी है. सभी लोग अंडरवियर पहने ही दिखाई दे रहे हैं. खास बात ये है कि तस्वीरें इंडोर यानी किसी घर के अंदर की नहीं है, जबकि बाहर की है. तस्वीरों में दिख रहा है कि महिलाएं और पुरुष सड़क पर बिना पैंट के घूम रहे हैं और मेट्रो में भी बिना पैंट ही सफर कर रहे हैं.
ऐसे में सवाल है कि आखिर लंदन में ये लोग बिना पैंट के क्यों घूम रहे हैं और किसी को भी ऐसे घूमने में आपत्ति नहीं है. सभी लोग अंडरवियर में ही घूम रहे हैं और ऊपर जैकेट, टीशर्ट पहने हुए हैं. तो जानते हैं कि ये लोग ऐसा क्यों कर रहे हैं और उनके पैंट ना पहनने की वजह क्या है.
सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल कुछ तस्वीरों और वीडियो में दर्जनों लोग बिना पैंट पहने नजर आ रहे हैं। ये तस्वीरें बस, मेट्रो और कई सार्वजनिक स्थानो पर ली गई हैं। इन्हें देखकर हर कोई यही सवाल पूछ रहा है कि आखिर इन लोगों को हुआ क्या है? ये बिना पैंट पहने ही घर से क्यों निकल गए? तो आपको बता दे कि दरअसल इन सभी ने ’नो ट्राउजर्स डे’ (‘No trousers day’) में हिस्सा लिया है। इसका मतलब है बिना पैंट के घूमना। ये दिन ब्रिटेन सहित कई देशों में हर साल मनाया जाता है और इस बार रविवार को मनाया गया था।
बता दे कि नो ट्राउजर्स डे (‘No trousers day’) की शुरुआत अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में साल 2002 में हुई थी। यह एक ग्लोबल इवेंट है। हालांकि कोरोना वायरस महामारी के बाद पहली बार 2023 में ही मनाया जा रहा है। महामारी की वजह से इसे आयोजित नहीं किया गया था। रविवार को आयोजित हुए नो ट्राउजर्स डे में हिस्सा लेने वाले लोगों ने लंदन की प्रमुख सड़कों पर परेड निकाली। इन्होंने बिना पैंट पहने टिकट मशीन का इस्तेमाल किया, स्टेशन के एस्केलेटर्स पर चढ़े और एलिजाबेथ लाइन पर भी टहले।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, आयोजक द स्टिफ अपर लिप सोसाइटी का कहना है कि इवेंट के पीछे का उद्देश्य लोगों को हसाना और मजे करना है। आयोजकों ने लोगों को भी इसका हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्हें फनी अंडरवियर पहनने के लिए कहा गया था, लेकिन ये ध्यान रखने को भी कहा गया कि फन के चक्कर में किसी की भवनाएं आहत न हो। इस नो ट्राउजर्स डे में युवा महिलाओं और पुरुषों के साथ बुजुर्गों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस दिन को नो पैंट्स डे भी कहते हैं। आपको ये बात जानकर भी थोड़ा अटपटा लगेगा कि इवेंट में हिस्सा लेने वाले लोगों से कहा गया कि सड़कों पर निकलते समय ऐसे व्यवहार करें कि वह वाकई में अपनी पैंट पहनना भूल गए हैं। तभी कुछ लोग दफ्तर वाले कपड़े पहनकर और हाथों में सूटकेस लेकर निकले।