लाइव हिंदी खबर :- मणिपुर में कुकी जाति के एक कांस्टेबल की बर्खास्तगी के बाद हुई हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई. 25 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. पिछले साल मई में मणिपुर के बहुसंख्यक मैथेई समुदाय और कुकी जनजाति के बीच झड़प हुई थी, जो बाद में सांप्रदायिक हिंसा में बदल गई। इस दंगे में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है. कई लोगों ने अपने घर खो दिए हैं और शरणार्थी बन गए हैं। दंगों पर काबू पाने के लिए सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद हिंसा की घटनाएं जारी हैं।
ऐसे में कुछ दिन पहले कूकी समुदाय के एक कांस्टेबल द्वारा हथियारबंद समूहों के साथ ली गई एक सेल्फी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. इसके विरोध में 300 से अधिक कूकी लोगों ने सुरचांदपुर इलाके में एसपी कार्यालय का घेराव किया. पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया. इसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प हुई.
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर हमला कर दिया. पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. इस झड़प में 2 लोगों की मौत हो गई. गंभीर रूप से घायल 25 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के बाद पूरे सुरचांदपुर इलाके में इंटरनेट सेवा काट दी गई है.