लाइव हिंदी खबर :- दांत भोजन को चबाने के साथ-साथ चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लेकिन कई लोगों के दांत टेढ़े-मेढ़े होते हैं जिसकी वजह से उन्हें ब्रश करने में भी परेशानी महसूस होती हैं। कई लोग टेढ़े मेढ़े दांतों को सीधा करवाने के लिए दांतो में मैटल के ब्रेसेस लगवाते हैं।
पर ये ब्रेसेस दूर से दिखाई दे जा सकते हैं। लेकिन आजकल क्लियर अलाइनर जैसी नई तकनीक आ गई हैं। क्लीयर अलाइनर ट्रांसपरेंट होते हैं जो दांतों में लगाने पर दिखाई नहीं देते हैं। इतना ही नहीं इन ब्रेसेस को लगवाने के बाद इन्हें हर 15 दिन में बदला भी जा सकता हैं। इसे बदलवाने के लिए बार-बार डेंटिस्ट के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ती हैं।
अबतक मैटल के ब्रेसेस दांतों में लगवाए जाते थे जो दूर से ही देखे जा सकते थे। उसके बाद दांतो के रंग के ब्रेसेस लगवाए जाने लगे ताकि वे दिखाई न दे। अब नई तकनीक से बने ब्रेसेस क्लीयर अलाइनर पेशेंट अपने दांतों के लिए इस्तेमाल कर रहे है।
क्लीयर अलाइनर प्लेट पेशेंट की प्रॉब्लम के हिसाब से बनाई जाती हैं। दांतों में कम प्रॉब्लम होने 7 से 8 प्लेट क्लीयर अलाइनर की बनाई जाती हैं अगर पेशेंट के दांतों में ज्यादा प्रॉब्लम हो तो 40 प्लेट तक क्लीयर अलाइनर की बनाई जा सकती हैं।
ये प्लेट 15 दिन में बदली जा सकती हैं। इसके इलाज में 5 से 18 महीने का समय लग सकता हैं। इसे हर उम्र के लोग इस्तेमाल कर सकते हैं।