लाइव हिंदी खबर :- इसरो के एस्ट्रोसैट अंतरिक्ष यान ने अंतरिक्ष में एक ब्लैक होल से उच्च-ऊर्जा एक्स-रे के अनियमित उत्सर्जन का पता लगाया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा विकसित एक खगोलीय अनुसंधान उपग्रह एस्ट्रोसैट को 28 सितंबर, 2015 को पीएसएलवी रॉकेट द्वारा श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया था। एस्ट्रोसैट को अंतरिक्ष में तारों की गतिविधि और पराबैंगनी विकिरण का अध्ययन करने के लिए भेजा गया था। यह 8 वर्षों से अधिक समय से हमें विभिन्न दुर्लभ फिल्में प्रदान कर रहा है।
इस मामले में, एस्ट्रोसैट अंतरिक्ष यान द्वारा प्राप्त डेटा का अध्ययन बैंगलोर यूआर राव सैटेलाइट सेंटर, गुवाहाटी आईआईटी, मुंबई विश्वविद्यालय और टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ बेसिक रिसर्च द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था। इसमें ब्लैक होल के स्विफ्ट जे 1727.8-1613 क्षेत्र से उच्च-ऊर्जा एक्स-रे का यादृच्छिक रूप से पता लगाया गया है। इस बीच, एक ब्लैक होल में तीव्र गुरुत्वाकर्षण खिंचाव होता है जो हर चीज़ को अवशोषित कर लेता है।
जब इसमें कोई बड़ा विस्फोट होता है तो प्रोटोन उत्सर्जित होते हैं और एक्स किरणें उत्पन्न होती हैं। इसके मुताबिक, पिछले साल 8 से 13 सितंबर की अवधि के दौरान 1.4 हर्ट्ज से 2.4 हर्ट्ज तक यादृच्छिक एक्स-रे फोटॉन उत्सर्जन हुआ है। इसरो द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, अतिरिक्त विवरण वेबसाइट https://www.isro.gov.in/ पर पाया जा सकता है।