लाइव हिंदी खबर (हेल्थ कार्नर ) :- काम का अधिक प्रेशर होने के कारण बहुत से लोग अपने टारगेट को पूरा करने के लिए एक जगह पर घंटों बैठकर इसे पूरा करने की कोशिश करते हैं। हो सकता है इसतरह वे अपने काम को बेहतर तरीके से कर सकते हैं। मगर बात शरीर की कि जाए तो इसतरह वे अपने लिए बीमारियों को न्योता देते हैं। असल में, एक जगह पर एक ही पोजिशन में घंटों बैठने से शरीर में अकड़न होने लगती है। शुरू-शुरू में यह अकड़न सिर्फ दर्द का अहसास दिलाती है। मगर आगे चल कर इससे टाइप 2 डायबिटीज, दिल से जुड़े रोग और अन्य समस्याएं होने का खतरा कई गुणा बढ़ता है। अगर आपको ऐसी आदत है तो समय रहते इसे बदल लें।
इस तरह घंटों एक जगह बैठे रहने से डायबिटिज और दिल की बीमारियां होने का खतरा बढ़ता है…
एक जगह पर कई घंटों तक लगातार काम करने से शरीर में ब्लड शुगर का लेवल बढ़ता है। ऐसे में टाइप 2 डायबिटीज होने के का खतरा बढ़ता है।
दिल को होगा नुकसान
इसतरह शरीर ज्यादा अच्छे से एक्टिव न रहने से दिल पर अपना बुरा प्रभाव डालता है। ऐसे में इससे संबंधित बीमारियों के लगने का खतरा बढ़ता है।
इन परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है…
वजन बढ़ने का खतरा
कई घंटों तक एक ही जगह पर बैठे रहने से शरीर का वजन बढ़ने की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। वजन के बढ़ने से शरीर में अन्य बीमारियों के लगने का खतरा भी कई गुणा बढ़ता है।
आलस बढ़ाए
एक जगह पर बैठे रहने से शरीर में सुस्ती पड़ने से आलस बढ़ता है। ऐसे में काम करने की क्षमता कम होने लगती है। साथ ही बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बढ़ता है।
आंखों पर पड़ेगा बुरा असर
अगर आप भी घंटों एक जगह पर बैठकर लैपटॉप और कंप्यूटर को इस्तेमाल करते हैं तो ऐसे में इससे आंखों पर गहरा व बुरा आसर पड़ेगा। इससे आंखों की रोशनी कमजोर होने के साथ इससे जुड़ी अन्य परेशानियां हो सकती है।
शरीर में अकड़न
इसतरह कई घंटों तक एक जगह पर बैठकर काम करने से शरीर में अकड़ सकता है। ऐसे में मांसपेशियों व हड्डियों में भी कमजोरी का अहसास होता है।
यूं करें बचाव
– काम के बीच में हर घंटे 15 मिनट का ब्रेक लें।
– अपनी कुर्सी पर ही बैठे अपनी गर्दन, हाथों व पैरों को हिला कर 5 मिनट तक एक्सरसाइज करें।
– आंखों को आराम देने के लिए 15 मिनट के लिए झपकी लें।
– हर छोटी- छोटी चीज लेने के लिए किसी को कहने की जगह खुद उठकर लें। इससे आपके बॉडी की मूवमेंट होगी।
– हर 2 घंटे में कुछ न कुछ जरूर खाए।
– पानी का समय- समय पर सेवन करते रहें।
– खाने में पौष्टिक चीजों का सेवन करें।