लाइव हिंदी खबर :-हिन्दू धर्म में प्रत्येक माह को दो पक्षों में विभाजित किया जाता है- कृष्ण और शुक्ल पक्ष। हर पक्ष में एक एकादशी होती है जिसे महत्वपूर्ण तिथि के रूप में जाना जाता है। इस प्रकार से पूरे वर्ष में 24 एकादाशियां आती हैं। यदि किसी वर्ष में अधिक मास लग जाए तो यह एकादाशियां बढ़कर 26 हो जाती हैं। प्रत्येक एकादशी महत्वपूर्ण है और इन सभी में अमूमन भगवान विष्णु की ही पूजा की जाती है। परंतु इनमें से भी कुछ एकदाशियां ऐसी हैं जिनके अधिक महत्ता दी जाती है। मोहिनी एकादशी भी इन्हीं में से एक है।
इस वर्ष हिन्दू परिवारों में 26 अप्रैल को मोहिनी एकादशी मनाई जा रही है। हिन्दू पंचांग के अनुसार एकादशी तिथि 25 अप्रैल रात 10 बजकर 46 मिनट पर ही प्रारंभ मानी जा रही है जो कि 26 अप्रैल की रात 9 बजकर 19 मिनट तक रहेगी। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार मोहिनी एकादशी का व्रत करने से मनुष्य जीवन के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।
चूंकि मोहिनी एकादशी बेहद महत्वपूर्ण तिथि होती है इसलिए शास्त्रों के अनुसार इसदिन विशेष कार्यों को काढ़ने से बचना चाहिए। ये कार्य अशुभ होते हैं और इनका मनुष्य के आने वाले भविष्य पर बुरा प्रभाव भी पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि मोहिनी एकादशी के दिन किन कार्यों को करने से बचना चाहिए:
1. एकादशी की रात सोना नहीं चाहिए। मानयता है कि एकादशी की पूरी रात विष्णु भक्ति में लीन होने से प्रभु कृपा मिलती है
2. एकादशी के दिन किसी की निंदा ना करें। ना ही किसी के बारे में अपने मन में कोई बुरा ख्याल लाएं
3. एकादशी के दिन भूल से भी पान का सेवन ना करें। कहते हैं कि एकादशी तिथि पर पान खाने से मन में रजोगुण की प्रवृत्ति बढ़ती है
4. एकादशी के दिन किसी से ऊंची आवाज में बात ना करें। किसी भी प्रकार की हिंसा करने से बचें
5. कोशिश करें कि एकादशी के दिन अपने गुस्से पर नियंत्रण रखें। इस दिन मन को शांत रखने का प्रयास करें
6. एकादशी के दिन झूठ ना बोले। वैसे तो मनुष्य को हमेशा ही सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए, परंतु किसी भी कारण से एकादशी के दिन झूठ बोलने से बचें
7. एकादशी को हिन्दू धर्म में पवित्र माना जाता है और मोहिनी एकादशी पर विष्णु के स्त्री रूप धारण करने के कारण यह और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। इसदिन स्त्रियों का आदर करें। उनसे ऊंची आवाज में बात करने या उनकी निंदा करने की भूल ना करें
8. मोहिनी एकादशी या किसी भी एकादशी पर चावल का सेवन ना करें। ऐसा करना अशुभ माना जाता है