चीन की जासूसी रडार पर भारतीय परिवारों के सर्वेक्षण से चौंकाने वाले विवरण सामने आए

लाइव हिंदी खबर :- ऑनलाइन सर्वेक्षण फर्म लोकल सर्कल के एक अध्ययन के अनुसार, भारतीय परिवार घरेलू स्तर पर इस्तेमाल होने वाले चीनी उत्पादों के माध्यम से अपनी गतिविधियों की निगरानी करने की अधिक संभावना रखते हैं। इस संबंध में अध्ययन में आगे कहा गया है कि: चीन में बने मोबाइल फोन, लैपटॉप, रेफ्रिजरेटर, कंपोनेंट्स, एलईडी बल्ब जैसे कई उत्पादों ने भारतीय बाजार पर कब्जा कर लिया है। इससे 79 प्रतिशत भारतीय घरों को चीनी राडार द्वारा जासूसी करने का पर्याप्त अवसर मिलता है।

चीन की जासूसी रडार पर भारतीय परिवारों के सर्वेक्षण से चौंकाने वाले विवरण सामने आए

सर्वेक्षण में भाग लेने वाले 25 प्रतिशत प्रतिभागियों ने एक या दो चीनी उत्पादों का उपयोग किया। 21 प्रतिशत 5 चीनी उत्पादों का उपयोग करते हैं, 4 प्रतिशत 6-10 चीनी उत्पादों का उपयोग करते हैं, और 2 प्रतिशत अपने घरों में 10 चीनी उत्पादों का उपयोग करते हैं। इसके अलावा, 21 प्रतिशत ने चीनी उत्पादों का इस्तेमाल किया लेकिन संख्या का पता नहीं चल सका। वहीं, अध्ययन से पता चला कि 21 प्रतिशत परिवार अपने घरों में चीन में बने इलेक्ट्रॉनिक्स या इलेक्ट्रिकल उत्पादों का उपयोग नहीं करते हैं।

कुल मिलाकर, भारत में 79 प्रतिशत घर किसी न किसी तरह से एक या अधिक चीनी उत्पादों का उपयोग करते हैं। इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि चीन इन उपकरणों से संबंधित चीनी ऐप्स पर रिकॉर्ड किए गए वीडियो और फ़ोटो जैसे उपयोगकर्ता डेटा को देख सकेगा। क्योंकि भारतीय परिवारों का ज्यादातर सभी तरह का डेटा चीन के सर्वर पर स्टोर होता है। यदि कोई उपयोगकर्ता किसी पुराने ईवेंट को पुनः प्राप्त करना चाहता है, तो यह चीनी सर्वर के माध्यम से किया जा सकता है। ऐसे में ऐसा कदम भारतीय परिवारों के लिए हानिकारक हो सकता है। यह बात लोकल सर्कल ने बताई है

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