लाइव हिंदी खबर :- आरएसएस ने कहा कि रतन टाटा अपनी अनूठी सोच और कड़ी मेहनत के लिए प्रेरणा हैं और देश की विकास यात्रा में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। रतन टाटा के निधन के बाद आरएसएस अध्यक्ष मोहन भागवत और महासचिव दत्तात्रेय हसपाले ने संयुक्त रूप से जारी शोक संदेश में कहा, ”देश के प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा के निधन से सभी भारतीयों को गहरा दुख हुआ है। उनके निधन से भारत ने एक अमूल्य रत्न खो दिया है।
भारत की विकास यात्रा में रतन टाटा का योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने उद्योग के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नई और उपयोगी पहल के साथ कई उत्कृष्ट मानक स्थापित किए। वह समाज हित के लिए सभी प्रकार की गतिविधियों में सहयोग एवं भागीदारी करते रहेंगे। राष्ट्रीय एकता और सुरक्षा का कोई भी पहलू हो या विकास या कार्यरत कर्मचारियों का कल्याण, वे अपनी अनूठी सोच और कार्य से प्रेरणा देते थे।
अनेक ऊंचाइयों को छूते हुए भी उनकी सादगी और विनम्रता अनुकरणीय है। हम उनकी पुण्य स्मृतियों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। प्रभु दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। रतन टाटा पहली बार 28 दिसंबर 2016 को अपने 79वें जन्मदिन पर नागपुर में आरएसएस मुख्यालय गए थे। ज्ञातव्य है कि उसके बाद वे दूसरी बार 18 अप्रैल 2019 को गये थे।