लाइव हिंदी खबर :-ब्रिक्स सम्मेलन 22 से 24 तारीख तक रूस के कज़ान में आयोजित किया गया था. इस सम्मेलन में शामिल हुए प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की विरासत को उजागर करने के लिए पुतिन समेत विश्व नेताओं को कई दुर्लभ वस्तुएं भेंट कीं। केंद्रीय विदेश विभाग के अधिकारियों ने कल कहा, ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद बेसास्कियान को समुद्री सीप से बना फूलदान (मदर ऑफ पर्ल) उपहार में दिया. इन फूलों की मालाओं को महाराष्ट्र राज्य के तटीय लोगों द्वारा हाथ से चित्रित किया गया है। यह फूलदान महाराष्ट्र के लोगों की कलात्मकता और परंपरा को प्रदर्शित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को झारखंड राज्य की पारंपरिक सोराई पेंटिंग भेंट की. इस प्रकार की पेंटिंग बहुत सुंदर और कलात्मक होती हैं। ये पेंटिंग ब्रश के रूप में पुआल या उंगलियों का उपयोग करके बनाई जाती हैं। इन चित्रों में आम तौर पर किसान के जीवन को दर्शाने वाले दृश्य होते हैं, जैसे कि जानवर, पक्षी और परिदृश्य। साथ ही झारखंड के स्थानीय आदिवासियों के जीवन के दृश्यों को भी चित्रों में दर्शाया जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को वह दुर्लभ पेंटिंग भेंट की.
उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्सियो ने महाराष्ट्र राज्य की वर्ली पेंटिंग भेंट की। ऐसा कहा जाता है कि इस प्रकार की पेंटिंग की उत्पत्ति वर्ली आदिवासी लोगों से हुई थी। इस प्रकार की पेंटिंग 5,000 वर्ष पुरानी बताई जाती है। इस प्रकार की पेंटिंग में परिदृश्य, त्यौहार, सामाजिक गतिविधियाँ आदि जैसे दृश्य शामिल होते हैं। गौरतलब है कि इस तरह की पेंटिंग्स को 2014 में भौगोलिक कोड मान्यता मिली थी.