लाइव हिंदी खबर :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी दौरे से पहले कोलकाता में ज़ोर-शोर से तैयारियाँ चल रही हैं। प्रधानमंत्री इस दौरान शहर की बहुप्रतीक्षित तीन मेट्रो लाइनों का उद्घाटन करेंगे। इन नई लाइनों से न केवल शहर में आवागमन सुगम होगा, बल्कि यह कोलकाता के आधारभूत ढांचे को भी नई गति देगा।

मेट्रो परियोजनाओं का महत्व
उद्घाटन होने वाली तीनों मेट्रो मार्ग लंबे समय से निर्माणाधीन थीं। इनमें से कुछ मार्ग अत्यधिक भीड़भाड़ वाले इलाकों को जोड़ेंगे, जिससे प्रतिदिन लाखों यात्रियों को लाभ मिलेगा। अधिकारियों के अनुसार, नई लाइनों के शुरू होने से ट्रैफिक दबाव कम होगा और यात्रियों को यात्रा में समय की बचत होगी। साथ ही, इन परियोजनाओं से शहर की अर्थव्यवस्था को भी प्रोत्साहन मिलेगा क्योंकि व्यावसायिक इलाकों और आवासीय क्षेत्रों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी होगी।
प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था
प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया जा रहा है। विशेष सुरक्षा दल (SPG), राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की संयुक्त टीमें उद्घाटन स्थलों का निरीक्षण कर रही हैं। यात्रियों और आम नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मेट्रो स्टेशनों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
जिला प्रशासन और रेलवे अधिकारियों ने कार्यक्रम की तैयारियों की लगातार समीक्षा बैठकें की हैं। उद्घाटन से पहले सभी तकनीकी पहलुओं की जाँच की जा रही है ताकि यात्रा के दौरान किसी प्रकार की दिक्कत सामने न आए।
जनता में उत्साह
नई मेट्रो लाइनों के उद्घाटन को लेकर स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों में उत्साह देखा जा रहा है। व्यापारियों का मानना है कि इससे ग्राहकों की आवाजाही आसान होगी, जबकि आम यात्रियों का कहना है कि उन्हें ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत मिलेगी। छात्रों और दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों के लिए भी यह परियोजनाएँ काफी उपयोगी साबित होंगी।
राजनीतिक निहितार्थ
प्रधानमंत्री का यह दौरा राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पश्चिम बंगाल में केंद्र और राज्य सरकार के बीच अक्सर खींचतान देखने को मिलती है। ऐसे में पीएम मोदी का सीधे आधारभूत ढांचे से जुड़े प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करना भाजपा की विकासपरक छवि को मजबूत करने का प्रयास माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इससे भाजपा को राज्य में आगामी चुनावों से पहले लाभ मिल सकता है।