लाइव हिंदी खबर :- चेंबूर के भक्ति पार्क और मैसूर कॉलोनी के बीच चल रही मोनोरेल अचानक तकनीकी खराबी के कारण बीच रास्ते में रुक गई। इस घटना में 442 यात्री घंटों तक डिब्बों में फंसे रहे। घटना की सूचना मिलते ही टीटीएल, एएलपी, मुंबई फायर ब्रिगेड (MFB), पुलिस बल और 108 एम्बुलेंस की टीमों ने संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।

करीब दो घंटे चले बचाव अभियान के बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। बीएमसी के अनुसार, इस दौरान 14 यात्रियों को हल्की घुटन और सांस लेने में तकलीफ हुई थी, जिनका मौके पर ही प्राथमिक उपचार किया गया। वहीं, एक 20 वर्षीय युवती को एहतियातन सायन अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
बीएमसी अधिकारियों ने बताया कि किसी भी यात्री को गंभीर चोट नहीं आई है और सभी को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचा दिया गया है। घटना के कारण यात्रियों में दहशत का माहौल जरूर बन गया था, लेकिन प्रशासन और बचाव दल की तत्परता से एक बड़ी दुर्घटना टल गई।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना से मोनोरेल सेवाओं की सुरक्षा और रखरखाव पर सवाल खड़े होते हैं। यात्रियों ने भी अपील की कि भविष्य में इस तरह की स्थिति से बचने के लिए सुरक्षा मानकों को और मजबूत किया जाए।
फिलहाल, मोनोरेल सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं और तकनीकी जांच जारी है।